हरियाणा सिंचाई विभाग के अधिकारी अभी यमुना के जलस्तर को मध्यम मान रहे हैं। यह सामान्य बहाव जो यमुना में बह जाएगा, अगर और तेज बारिश हुई तो दिल्ली पर डूबने का खतरा बढ़ेगा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की मानें तो वीरवार को यमुना में हथिनीकुंड बैराज से 1 लाख 41 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया। इसे दिल्ली के लिए फिलहाल खतरा नहीं माना जा सकता। इससे दिल्ली के जलमग्न होने की स्थिति नहीं बनने वाली।
सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार इस जलस्तर से दिल्ली में पानी घुसने की कोई संभावना नहीं है। मगर, जिस तरह से हिमाचल में मौसम विभाग ने 31 जुलाई तक अनेक जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, उससे खतरा बढ़ने की संभावना है। चूंकि, पहाड़ों के साथ ही हरियाणा में भी बारिश होने से यमुना का जलस्तर निश्चित तौर पर बढ़ेगा। जिससे दिल्ली में पानी घुस सकता है।
इसके मद्देनजर हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव केसनी आनंद अरोड़ा की ओर से यमुना के आसपास के रहने वाले लोगों को एडवाइजरी जारी की गई है। सभी डीसी को भी यमुना किनारे सूचना पट लगाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि हरियाणा में जिन जिलों से यमुना गुजरती है, वहां पर जान माल का कोई नुकसान न हो। उधर, सिरमौर जिले से निकलकर आने वाली घग्गर का जलस्तर भी काफी बढ़ा हुआ है।
घग्घर नदी के उफान पर होने से पंचकूला के उपायुक्त मुकुल कुमार ने बरसाती नालों और घग्घर नदी के आस-पास धारा 144 लगा दी है। किसी को भी घग्घर नदी में जाने की अनुमति नही हैं। चूंकि, 2013 में घग्गर नदी में ही बुर्ज कोटिया के पास तीन युवकों की बहने से मौत हो गई थी। मुकुल कुमार ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया है। पुलिस को घग्गर के आस-पास पेट्रोलिंग करने व कोई भी वाहन घग्गर के किनारे न जाने देने की हिदायत दी गई है।