यूपी की कमान संभालते ही योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए हैं. लेकिन मंत्रियों के विभागों का बंटवारा उनके लिए चुनौती बना हुआ है. यही वजह है कि योगी आज दिल्ली पहुंच गए हैं. दिल्ली पहुंचने के बाद योगी ने पीएम मोदी से मुलाकात की. इससे पहले योगी वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिले. योगी ने वित्त मंत्री से यूपी में किसानों के लिए कर्ज माफी के मुद्दे पर बात की. योगी आज पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ भी मीटिंग करेंगे. बताया जा रहा है कि अमित शाह से मीटिंग के बाद ही मंत्रियों के विभागों का ऐलान किया जाएगा.
दिल्ली में होगी मंत्रालयों पर बैठक
दोपहर 1:30 बजे योगी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलेंगे. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद योगी दोपहर 2:55 पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलेंगे. पीएम मोदी और शाह से मुलाकात में यूपी कैबिनेट में मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर चर्चा होगी.
इसलिए हो रही देरी
विभागों के बंटवारे में देरी की बड़ी वजह गृह मंत्रालय माना जा रहा है. यूपी में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है. बीजेपी ने सपा सरकार को कानून व्यवस्था के नाम पर ही पूरे चुनाव प्रचार में घेरा. ऐसे में सूबे की कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी बहुत सोच समझकर दी जाएगी. सूत्रों के मुताबिक योगी आदित्यनाथ खुद गृह मंत्रालय का भार संभालना चाहते हैं. वहीं दूसरी तरफ खबर ये भी है कि सरकार में नंबर दो की पोजिशन पर मौजूद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य गृह मंत्रालय अपने पास रखना चाहते हैं.
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ज्यादा मंत्री नए
योगी सरकार में कुल 46 मंत्री हैं. जिनमें 22 कैबिनेट मंत्री हैं. इनमें 12 मंत्री ऐसे हैं जिनके पास सरकार में रहने और सरकार चलाने का तजुर्बा है. जबकि बाकी मंत्री इस मामले में नए हैं.
जयशंकर सिंह आदित्यनाथ के निजी सचिव बने
यूपी का सीएम पद संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ अपनी प्रशासनिक टीम बनाने में भी लगे हैं. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि डीजीपी से लेकर कई शीर्ष पदों पर नई नियुक्तियां होंगीं. इस बीच, जयशंकर सिंह को सीएम आदित्यनाथ का निजी सचिव बनाया गया है.