उत्तर प्रदेश में 17 नए रूट पर विमान सेवाएं शुरू होंगी. केंद्र सरकार ने रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम तहत 17 नये मार्गों पर विमान सेवाए संचालित करने की मंज़ूरी दे दी है. राज्य सरकार, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को प्रदेश नये हवाई मार्ग पर आरसीएस के तहत हवाई सेवा संचालित करने का प्रस्ताव दिया था.
पिछले सप्ताह सीएम योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पूरी के साथ अयोध्या, चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट निर्माण की समीक्षा के दौरान इन नए हवाई मार्गों की मंज़ूरी आग्रह किया था, जिसके बाद यूपी के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है. इस मंजूरी को लेकर सीएम योगी, अधिकारियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे.
गौरतलब है कि यूपी में पहली बार ‘प्रदेश सरकार द्वारा नागर विमानन प्रोत्साहन नीति-2017’ लागू की गई है. इस नीति में राजधानी लखनऊ को अन्य राज्यों की राजधानियों से जोड़ने के साथ-साथ लखनऊ को प्रदेश के मंडल मुख्यालयों से वायु सेवा के माध्यम से जोड़ने को प्राथमिकता दी गई है.
उत्तर प्रदेश में 1 अप्रैल 2017 तक जहां 17 घरेलू व 8 विदेशी उड़ानें थी, वहीं 16 मार्च 2020 तक घरेलू उड़ानों की संख्या तीन गुनी हो गयी है. इस दौरान 51 घरेलू के साथ 12 उड़ानें भी प्रदेश से प्रारंभ हुई. राज्य के कुल हवाई यात्रियों की संख्या में 9.58 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई. गोरखपुर, प्रयागराज और कानपुर में हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली.
अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट, सोनभद्र, मेरठ, सहारनपुर, झांसी, गाजीपुर और बरेली में हवाई सेवा की शुरुआत के लिए एयरपोर्ट तैयार किए जा रहे हैं. वाराणसी और लखनऊ में एयरपोर्ट के विस्तार की योजना है. वाराणसी में अतिरिक्त 350 एकड़ भूमि एयरपोर्ट के विस्तार के लिए क्रय की जा रही है.