मुख्यमंत्री ने मंगलवार (12 जून) को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं वाले आलमबाग बस स्टेशन की शुरुआत की। इसे जनता को समर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि यह बस स्टेशन प्रदेश ही नहीं, देश का उत्कृष्ट बस अड्डा है। 235 करोड़ की लागत से बनकर तैयार इस आलमबाग बस टर्मिनल में वातानुकूलित प्रतीक्षालय बनाया गया है तो सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सेंसरयुक्त शौचालय, बेहतरीन बाथरूम के साथ ही शॉपिंग सेंटर और बेहतरीन पार्किंग व्यवस्था भी मिलेगी। 64 क्लोज सर्कि ट कैमरे लगाए गए हैं। इनमें कई रोटेटिंग कैमरे हैं। मिस्ट पंखों की हवा में इंतजार:
मिस्ट पंखे (पानी की फुहार के साथ हवा देने वाला खास पंखा)से निकलती हवा के बीच यात्री बस का इंतजार कर सकेंगे। आप एसी फूड कोर्ट में बैठकर मनचाहे नाश्ते का लुत्फ उठा सकेंगे। फूड कोर्ट में स्क्रीन पर बस की जानकारी भी मिलेगी। मेट्रो स्टेशन से सीधे प्रवेश :
आमतौर पर चारबाग और आसपास के क्षेत्रों में लगने वाले जाम से बचने के लिए यात्री सीधे चारबाग से वाया मेट्रो बस स्टेशन तक पहुंच सकते हैं। बिना जाम में फंसे बस पकड़नी है तो वह आलमबाग बस स्टेशन पर उतर सकते हैं।
लिफ्ट की भी व्यवस्था :
आलमबाग बस स्टेशन पर एसी फूड कोर्ट के अलावा बैंकिंग की भी सुविधा मिलेगी। तो वहीं अन्य सेवाओं के लिए किसी भी मंजिल पर पहुंचने के लिए बस यहा पाच लिफ्ट की भी लगाई गई हैं। सीएम ने प्रवर्तन दलों के लिए 40 नए आए वाहनों को फ्लैग ऑफ किया। इससे उन्हें जाच में कोई असुविधा नहीं होगी। आलमबाग बस अड्डे का निर्माण पीपी मॉडल पर किया गया है। निर्माण कराने वाले शालीमार बिल्डर्स के वाइस प्रेसीडेंट प्राजल सिंह का कहना है कि शालीमार बिल्डर्स 32 साल तक बस अड्डे का संचालन करेगा। यहा एक मॉल के निर्माण के साथ ही अन्य व्यावसायिक निर्माण भी होंगे।
‘बेहतरीन है आलमबाग टर्मिनल’ :
निर्माण एजेंसी शालीमार कॉर्प के निदेशक कुणाल सेठ ने कहा कि यह आधुनिक युग का एक ट्राजिट स्टेशन है। लखनऊ जैसे शहर के लिए यह बस स्टेशन महत्वपूर्ण होगा। इसका एक उद्देश्य यह भी है कि इसके संचालन से चारबाग क्षेत्र में होने वाली भीड़ से काफी हद तक राहत मिलेगी। वहीं बन रहे मॉल की शुरुआत 2019 में होगी।
रक्षाबंधन पर महिलाओं को मुफ्त सेवा देने पर रोडवेज की सराहना :
सीएम ने रक्षाबंधन पर दूरदराज से आने वाली महिलाओं के लिए मुफ्त यात्र सुविधा देने के लिए परिवहन निगम और प्रबंध निदेशक पी. गुरुप्रसाद की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा आयोजन था। बिना घाटे की परवाह किए निगम ने रक्षाबंधन पर्व पर 85,092 महिलाओं को सेवा दी।
इन बस स्टेशनों का होगा निर्माण व पुनर्निर्माण :
जालौन के उरई, कुशीनगर के कसया, अलीगढ़ के मसूदाबाद, बुलंदशहर के डिबाई, संत रविदास नगर के औराई, अंबेडकरनगर के टाण्डा, गाजियाबाद के कौशाबी, संतकबीरनगर के मेंहदावल, कन्नौज के छिबरामऊ, मुजफ्फरनगर के पुरकाजी, अलीगढ़ के अतरौली, पीलीभीत के बीसलपुर, फरुखाबाद के कायमगंज, हमीरपुर के राठ, गोंडा के मनकापुर, औरैया के दिबियापुर, मुरादाबाद के काठ, बस्ती के रुधौली, हरदोई के संडीला, कासगंज, बागपत व बलिया।
395 एसी सेवाएं चलेंगी :
प्रबंध निदेशक पी. गुरुप्रसाद के मुताबिक 395 एसी सेवाओं को लिया जा रहा है। आरएम पल्लव बोस ने बताया कि एक माह में 722 बसों को यहा से संचालित करने की योजना है। ईद के त्योहार के चलते पहले से सीट आरक्षित कराने वाले यात्रियों की समस्याओं को देखते हुए हफ्तेभर बाद संचालन सुचारु होगा। समारोह में अपर प्रबंध निदेशक ब्रह्मदेव राम तिवारी, अपर परिवहन आयुक्त आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, वीके सिंह, अरविंद कुमार पाडेय, मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्रशासन) कर्मेन्द्र सिंह, सीजीएम जयदीप वर्मा, एचएस गाबा, प्रधान प्रबंधक अनंग मिश्र के अलावा शालीमार निर्माण एजेंसी के वाइस प्रेसीडेंट एके मिश्र समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
पीपीपी मॉडल पर होगा इन बस टर्मिनल का विकास
– लखनऊ-चारबाग, गोमतीनगर
– फैजाबाद – फैजाबाद बस स्टेशन
– रायबरेली-रायबरेली बस स्टेशन
– गाजियाबाद-कौशाम्बी एवं गाजियाबाद
– कानपुर-झकरकटी सेंट्रल बस स्टेशन
– वाराणसी- कैंट बस स्टेशन
– आगरा-फोर्ट, ट्रासपोर्टनगर
– मेरठ- सोहराबगेट एवं भैसाली
– इलाहाबाद-सिविल लाइंस
– गोरखपुर-गोरखपुर बस स्टेशन
– अलीगढ़-रसूलाबाद बस स्टेशन
– बुलंदशहर-नवीन भूमि बस स्टेशन
– मथुरा-पुराना बस स्टेशन
– गढ़मुक्तेश्वर- नवीन भूमि
– बरेली-सेटेलाइट बस स्टेशन।