समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को जौनपुर पहुंचे। वह बरसठी ब्लॉक के आदमपुर निगोह स्थित श्रीराम महाविद्यालय में पूर्व विधायक और कैबिनेट मंत्री पारस नाथ यादव की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग बुलडोजर लेकर घूम रहे हैं, वो पहले यह बताएं कि बुलडोजर कहां चलना चाहिए। जिनके घर के नक्शे पास नहीं है उनके घरों पर या जहां 50 साल की महिला के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपियों के घरों पर।
सांसद अखिलेश यादव ने लोगों से कहा कि यह आखिरी चुनाव है इस बार जरूर समाजवादी पार्टी को जिता देना। अगर नहीं जीते तो उम्मीद मत रखना कि लोकतंत्र जिंदा रहेगा। अखिलेश यादव ने सॉफ्ट हिंदुत्व के सवाल पर कहा कि मैं जन्म से हिंदू हूं। ऐसा हिंदू हूं, जो सबको साथ लेकर चले। उन्होंने प्रदेश में ओवैसी की एंट्री को भाजपा का खेल बताया है।
अखिलेश यादव ने किसानों आंदोलन पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि कानून खराब है और सरकार इसे हटा ले। लेकिन सरकार इसे क्यों नहीं हटा रही है। उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार कानून नहीं हटाती है तो आने वाले समय में आपकी सरकार का कहीं भी पता नहीं चलेगा।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा कुछ लोगों के हाथों में सब कुछ दे देना चाहती है। समाजवादी पार्टी जब किसानों के पक्ष में खड़ी हुई तो सरकार ने कहा कि यह राजिनीतिक मुद्दा नहीं, किसानों का मुद्दा है। उन्होंने आगे कहा कि हम सब किसान हैं। समाजवादी किसान होते हैं। अगर समाजवादी किसानों के साथ खड़े नहीं होंगे तो कौन खड़ा होगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन को लेकर हमें देश के वैज्ञानकों और डॉक्टरों पर पूरा भरोसा है, लेकिन भाजपा सरकार पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। सरकार पहले इस बात का भरोसा दिलाए कि गांव-गरीब को वैक्सीन कब तक लगेगी और मुफ्त लगेगी या नहीं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जौनपुर में पारस नाथ यादव की जंयती पर कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने उनको पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि पारस नाथ यादव ने विपरीत परिस्थिति में भी धैर्य नहीं खोया और न ही घबराए। वह साहसी और बहादुर नेता थे। साथ ही उन्होंने मल्हनी विधान सभा सीट पर हुए उपचुनावों में मिली जीत पर जनता का आभार जताया।