मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में बाढ़ प्रभावित लोगों से संयम रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सभी फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए प्रशासन लगातार व्यवस्थाओं में जुटा है।
चौहान ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि पिछले 48 घंटों में प्रदेश में भीषण बारिश हुई है। भोपाल, विदिशा, राजगढ़, गुना, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, जबलपुर को अगर देखें तो मध्य क्षेत्र और पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए, जिसके कारण बांध लबालब भरे हैं। कई बांधों के गेट खोलने पड़े हैं, कई जगह नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। विदिशा जिले में बेतवा और सहायक नदियां उफान पर हैं। कई गांव घिरे हुए हैं।
लगातार हालात पर नजर रखे हैं सीएम शिवराज
शिवराज ने कहा कि गुना में पार्वती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, कुछ गांव में जलभराव की स्थिति है। अब नर्मदा में जलस्तर कई जगह कम हो रहा है, लेकिन नेमावर जैसे स्थान पर बढ़ भी रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुल कल से लगातार स्थिति पर नजर रखे हैं। रात को भी सिचुएशन रूम से और सवेरे भी सारे जिलों से जुड़कर हर आवश्यक कदम उठाने का प्रयास किया है।
रात में भोपाल की सड़कों पर घूमे शिवराज
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भोपाल की सड़कों पर रात में भी घूमे थे। सभी जिलों में वर्षा हुई है। प्रशासन लगातार सक्रिय है। पिछले 24 घंटों में 405 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला है, लगभग 23 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। अकेले विदिशा जिले में ही 18 शिविरों में 1200 लोग रुके हुए हैं और लगातार भोजन और आवश्यक व्यवस्थाएं करने का प्रयास किया जा रहा है। विदिशा में लगातार कई गांव में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। विदिशा और गुना जिले के 25 गांव बाढ़ में गिरे हुए हैं। विदिशा और गुना जिले के 10 गांव में जो लोग फंसे हुए हैं, उनको दो हेलीकॉप्टर के माध्यम से एयरलिफ्ट किया जाएगा। राजगढ़ जिले में 8 राहत शिविरों में 500 लोगों को ठहराया गया है।