कर्नाटक के यगदीर के एक स्कूल में रात बिताने से पहले मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि ”वह सड़क पर भी सोने को लिए तैयार हैं.” जी दरअसल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने विलेज कैंपेन शुरू कर दिया है और इसके तहत शुक्रवार को वो यदगीर के चंद्रकी गांव में रुके थे. वहीं उन्हें कलबुर्गी जिले के अफजलपुर तालुक गांव हेरूर (बी) गांव में में ठहरना था, मगर बारिश की वजह से उन्हें चंद्रकी में ही रात बितानी पड़ी. इसी के साथ शुक्रवार को ट्रेन के जरिये सुबह जिला मुख्यालय शहर यादिगरी पहुंचने के बाद कुमारस्वामी सड़क मार्ग से चंदरकी गांव पहुंचे और कुमारवामी ने अपने पसंदीदा ”ग्राम वास्तव्य या गांव प्रवास कार्यक्रम’ को फिर से शुरू किया है.
इसी के साथ बताया गया है कि इसका शुभारंभ उन्होंने 2006 में मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल में किया था. अब यह आरोप लग रहे हैं कि कुमारस्वामी जिस स्कूल भवन में रात में रुके थे, उसे अच्छी तरह से सजाया गया था. इसी के साथ ‘ग्राम वास्तव्य या गांव प्रवास कार्यक्रम’ पर निकले कुमारस्वामी ने चंद्रकी गांव के सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय में रात बिताई. तस्वीर गवाह है कि इस दौरान उन्हें फर्श पर सोते हुए देखा गया और यहां वह अपने अन्य साथी मंत्रियों के साथ रात्रि विश्राम के लिए ठहरे थे.
वहीं बीते शुक्रवार सुबह चंद्रकी गांव पहुंचे मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने ग्रामीणों, किसानों और स्कूली छात्रों से बातचीत की और उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की, जहाँ उन्होंने उन रिपोर्टों का खंडन किया कि जिसमें उनके ऊपर आरोप लग रहे हैं कि ”गांव में ठहरने के लिए उनके लिए फाइव स्टार होटल की तरह इंतजाम थे और वह गांव में भी 5-स्टार के इलाज का आनंद ले रहे थे.” इन आरोपों के जवाब में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि ”वह सड़क पर भी सोने को तैयार हैं.” आप सभी को बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने लोगों से संपर्क के उद्देश्य के साथ शुक्रवार से अपने गांव प्रवास कार्यक्रम की शुरुआत की और इस दौरान उन्होंने यादगिरी जिले में 300 बिस्तर वाले अस्पताल और एक पशु चिकित्सालय के निर्माण की घोषणा की.