मानसून सीजन के दौरान हरियाणा के शहरी एस.ओ.पी., निगमों इलाकों में उपभोक्ताओं को पांच चरणों में किल्लत न झेलनी पड़े को बिजली की इसके लिए प्रयास शुरू किए जा रहे हैं। इसके लिए चरणबद्ध करना होगा काम तरीके से काम होंगे ताकि जलभराव की नौबत आने पर भी लोगों को बिना बाधा के बिजली की सप्लाई मिलती रहे। दरअसल शहरी क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने और इसके प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के साथ ही सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने के लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से शहरी बाढ़ प्रबंधन पर मानक संचालन प्रक्रिया (एस.ओ.पी.) जारी की है।
राज्य में शहरी बाढ़ की घटना को रोकने और मानसून की शुरूआत से पहले इसे लागू करने के लिए प्रदेश के राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से निगमों के पास इस एस.ओ.पी. के तहत तुरंत प्रभाव से काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
एस.ओ.पी. में पांच चरण दिए गए हैं। इनमें तैयारी, पूर्व चेतावनी, प्रतिक्रिया, राहत और मुरम्मत शामिल हैं। एस.ओ.पी. के जरिए निगमों को मानसून सीजन शुरु होने से पहले की तैयारी और उसके बाद किए जाने वाले कामों की जानकारी दी गई है।