PM मोदी : हम सभी एक ऐसी संस्कृति के ध्वज वाहक हैं, जहां हमारी जमीन सिर्फ घास, मिट्टी, पत्थर के रूप में नहीं देखी जाती। धरती हमारे लिए माता का रूप है।
आज पराक्रम दिवस पर पूरे देश मे अनेक कार्यक्रम भी शुरू हो रहे हैं। इसलिए एक तरह से आज का दिन उम्मीदों के पूरा होने के साथ ही, हमारे राष्ट्रीय संकल्पो की सिद्धि के लिए प्रेरणा लेने का भी अवसर है।
आज ही देश हम सबके प्रिय, हम सबके श्रद्धेय नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मना रहा है। देश ने तय किया है कि इस दिन की पहचान अब पराक्रम दिवस के रूप में होगी। मां भारती के स्वाभिमान और स्वतंत्रता के लिए नेताजी का स्मरण आज भी हमें प्रेरणा देता है।