विधान परिषद चुनाव के लिए राजद ने अपने हिस्से के चारों प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए हैं। इसमें कुछ दिनों पहले एनडीए छोड़ महागठबंधन में शामिल हुए जीतनराम मांझी के बेटे संतोष मांझी को जगह मिली है। राजद की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे, सैयद खुर्शीद मोहसिन और संतोष मांझी को प्रत्याशी बनाया गया है। संतोष पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के पुत्र हैं। राबड़ी का कार्यकाल छह मई को खत्म हो रहा था।
मांझी ने हाल में ही राजग से अलग होकर राजद-कांग्रेस गठबंधन का हाथ थामा है। राजद नेतृत्व ने परिषद की एक सीट पहले ही मांझी को देने का आश्वासन दे दिया था। तीसरी सीट के लिए रामचंद्र पूर्वे पिछली बार से ही प्रबल दावेदार हैं। लालू प्रसाद के वफादारों में शामिल पूर्वे दो साल पहले भी प्रत्याशी बनाए जाने की दौड़ में शामिल थे, लेकिन आखिरी वक्त में पिछड़ गए थे। इस बार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी उनके लिए रास्ता तैयार किया।
चौथी सीट के लिए राजद में कई दावेदार थे और सभी पिछले एक हफ्ते से नई दिल्ली और दस सर्कुलर रोड की दौड़ लगा रहे थे, लेकिन पार्टी आलाकमान ने खुर्शीद मोहसिन पर मुहर लगा दी। खुर्शीद भी पार्टी एवं लालू परिवार से पिछले करीब 20 वर्षों से जुड़े हुए हैं। वह नालंदा जिला राजद के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। राजद ने विधान परिषद प्रत्याशियों के जरिए इस बार सामाजिक समीकरण साधने की पूरी कोशिश की है।
पार्टी की ओर से प्रत्याशियों की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की जा सकी है, किंतु लालू के पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक अब फेरबदल की संभावना न के बराबर है। पार्टी के सभी प्रत्याशी अंबेडकर जयंती के बाद 16 अप्रैल को साथ-साथ नामांकन पत्र भर सकते हैं।