मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत महाराष्ट्र सरकार ने महाराष्ट्र और अन्य राज्यों सहित कुल 139 तीर्थ स्थलों की सूची तैयार की है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत 60 साल से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थ यात्रा की सुविधा के लिए महाराष्ट्र सरकार ने काम शुरू कर दिया है। उन्होंने योजना के लाभ के लिए देश भर के 73 और महाराष्ट के 66 धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया है।
महाराष्ट्र सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थ यात्रा की सुविधा देने के लिए देश भर के 73 और राज्य के 66 सहित 139 धार्मिक स्थलों की सूची तैयार की है। दरअसल, पिछले सप्ताह ही राज्य मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की मंजूरी दी। रविवार को इस योजना का विवरण देने वाला एक सरकारी संकल्प (जीआर) भी जारी कर दिया गया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में इस योजना की घोषणा की थी।
तीर्थ स्थलों में वैष्णो देवी मंदिर, अमरनाथ गुफाएं, अमृतसर में स्वर्ण मंदिर, चार धाम यात्रा, अयोध्या में राम मंदिर, द्वारका में सोमनाथ मंदिर और ओडिशा में जगन्नाथ पुरी जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल शामिल हैं। इसके अलावा तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के धार्मिक स्थलों के साथ-साथ महत्वपूर्ण बौद्ध और जैन स्थल भी शामिल हैं। वहीं महाराष्ट्र के मुंबई में 15 धार्मिक स्थल भी इस सूची में हैं। इनमें सिद्धिविनायक मंदिर, चैत्यभूमि (बी.आर. अंबेडकर से जुड़ी), विपश्यना शिवालय, एक आराधनालय, बांद्रा में माउंट मैरी चर्च और सेंट एंड्रयूज चर्च के अलावा नासिक में जैन मंदिर और नागपुर में दीक्षाभूमि शामिल हैं, जहां अंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपनाया था।
बता दें कि 2.5 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले पात्र व्यक्ति यात्रा, आवास और भोजन व्यय को कवर करने के लिए 30,000 रुपये के हकदार हैं। 75 वर्ष से अधिक आयु के आवेदकों को जीवनसाथी या परिचारक को साथ ले जाने की अनुमति है। राज्य स्तर पर योजना की निगरानी और समीक्षा के लिए 17 सदस्यीय समिति की स्थापना की गई है, जिसमें जिला स्तर पर सामाजिक न्याय विभाग के सहायक आयुक्त को सदस्य सचिव के रूप में शामिल करते हुए सात सदस्यीय पैनल बनाया गया है। राज्य स्तर पर सामाजिक न्याय विभाग के आयुक्त नोडल अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे।