लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच हुए गठबंधन के चलते महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. मंगलवार को मुम्बई में सपा और बसपा ने आने वाले लोकसभा चुनावों को देखते हुए सीट बंटवारे पर गठबंधन कर लिया है. सपा की तरफ से अबु आसिम आज़मी और बसपा की तरफ से राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ ने इसकी घोषणा की. पहले यूपी और अब महाराष्ट्र में कांग्रेस को गठबंधन से दूर रख कर दोनो ही पार्टियों ने अपने इरादे साफ कर दिए है.
एक तरफ जहां दोनो पार्टियों के नेताओ ने बीजेपी पर देश तोड़ने का आरोप लगाया तो वहीं कांग्रेस पर भी आरोप लगाए कि यूपी और बिहार में तो कोई कांग्रेस को पूछेगा भी नही लेकिन महाराष्ट्र समेत बाकि के राज्यो में कांग्रेस बहुजनो और अल्पसंख्यकों के वोट उन्हें मजबूर करके लेना चाहती है.
समाजवादी पार्टी के नेता अबु आसिम आज़मी ने कहा कि हम दोनों पार्टियां पूरे महाराष्ट्र की 48 सीटों पर इस गठबंधन से चुनाव लड़ेगी. हमने कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिश की थी लेकिन कांग्रेस बहुत ज़्यादा सीट मांग रही थी. कांग्रेस और बीजेपी एक ही सिक्के के दो पहलू है. कांग्रेस पार्टी वोट काटने वाली पार्टी है. कांग्रेस किसी भी जगह पर सेक्युलर वोट को काटने का काम कर रही है.
वहीं बसपा के राज्यसभा सांसद और महाराष्ट्र राज्य के प्रभारी अशोक सिद्धार्थ ने कहा कि “जिन्होंने बहुजन समाज और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किये पिछले 5 सालों में , हमने उन्हें उखाड़ फेंकने के लिए साथ मे आये है. जितनी दूरी बीजेपी के साथ है उतनी ही दूरी अब कांग्रेस के साथ भी है. इसके साथ आने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए हमे मायावती और अखिलेश जी का आदेश है कि विधानसभा चुनाव भी हम मिलकर लड़ेंगे. सीटों के बंटवारे पर बात बाद में होगी. ”
वहीं इस नए गठबंधन ने अब कांग्रेस और एनसीपी की नींद उड़ा दी है. पहले ही प्रकाश अम्बेडकर और AIMIM के गठबंधन से वोट कटते हुए दिखाई दे रहे है और अब इस नए सपा , बसपा गठबंधन ने मुश्किलों को ओर बढ़ा दिया है. एनसीपी के आसिफ भामला कहते है कि “महागठबंधन का उद्देश्य यह था कि तमाम एक विचार वाली पार्टी मिलकर भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से उखाड़ ए और सत्ता में आने के बाद परिस्थिति को सुधारें लेकिन सपा और बसपा जिस तरीके से महाराष्ट्र में भी एनसीपी कांग्रेस के खिलाफ आ रही है इसमें साफ सेकुलर वोट काटेंगे महाराष्ट्र में वैसे भी वह कभी सत्ता में आने वाले हैं इतनी बड़ी लड़ाई अपने दम पर लड़ने जा रहे हैं लेकिन इसका साफ फायदा भारतीय जनता पार्टी को हो रहा है यह बात सपा बसपा को समझने की जरूरत है.