महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार बनने का रास्ता तकरीबन साफ हो गया है. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (CMP) भी बन गया है. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच मंत्रियों को लेकर 14-14-12 का फॉर्मूला भी तय हो गया है. साथ ही यह भी तय हो गया है कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक बार फिर महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा किया है. वहीं, शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए एक लेख छापा है.
मुखपत्र ‘सामना’ ने लिखा है कि महाराष्ट्र में नए समीकरण से कुछ लोगों के पेट में दर्द शुरू हो गया है. कौन वैसे सरकार बनाता है देखता हूं, इस प्रकार की भाषा बोले जा रहे हैं, श्राप भी दिए जा रहे हैं कि अगर सरकार बन भी गई तो वैसे और कितने दिन टिकेगी, देखते हैं. ऐसा ‘भविष्य’ भी बताया जा रहा है कि 6 महीने से ज्यादा सरकार नहीं टिकेगी. ये नया धंधा लाभदायक भले हो, लेकिन ये अंधश्रद्धा कानून का उल्लंघन है.
‘सामना’ ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए लिखा अपनी कमजोरी को छुपाने के लिए ये हरकत महाराष्ट्र के सामने आ रही है. हम महाराष्ट्र के मालिक हैं और देश के बाप हैं, ऐसा किसी को लगता होगा तो वे इस मानसिकता से बाहर आएं. ये मानसिक अवस्था 105 वालों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है. ऐसी स्थिति ज्यादा समय रही तो मानसिक संतुलन बिगड़ जाएगा और पागलपन की ओर यात्रा शुरू हो जाएगी. कल आए नेता को जनता पागल या मूर्ख साबित करे ये हमें ठीक नहीं लगता. एक तो नरेंद्र मोदी जैसे नेता के नाम पर उनका खेल शुरू है और इसमें मोदी का ही नाम खराब हो रहा है.