महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे सात मार्च को भगवान राम के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे। शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को इसकी घोषणा की। संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे भगवान राम का आशीर्वाद लेने के लिए सात मार्च को अयोध्या जाएंगे।
इससे पहले राउत ने सीएम उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे को लेकर कहा था कि गठबंधन नेताओं को भी साथ आना चाहिए। राहुल गांधी कई मंदिरों में भी जाते हैं, उन्हें भी साथ चलना चाहिए।
वहीं, शिवसेना के पूर्व सहयोगी भाजपा ने उद्धव के फैसले का किया स्वागत किया था। भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने ट्वीट कर कहा था कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस फैसले का स्वागत करती हैं। मीनाक्षी ने कहा अच्छा है कि अपने इतिहास पर गर्व कर रहे हैं और अयोध्या जा रहे हैं, लेकिन जब वापस महाराष्ट्र जाएंगे तो उन्हें अपनी शक्ल कैसे दिखाएंगे जो श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम की पिछले साल अक्तूबर में घोषणा के बाद सत्ता साझा करने को लेकर मतभेद के कारण शिवसेना और भाजपा का गठबंधन टूट गया था। इसके बाद ठाकरे का उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या का यह पहला दौरा होगा। नौ नवंबर 2019 को अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उद्धव ठाकरे ने एलान किया था कि वह 24 नवंबर, 2019 को अयोध्या जाएंगे।
लेकिन राज्य में तेजी से बदले राजनीतिक हालात के चलते उन्होंने अयोध्या दौरा टाल दिया था। शिवसेना ने महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए अंत में राकांपा एवं कांग्रेस से हाथ मिला लिया था। ठाकरे ने 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी और हाल ही में उन्होंने कार्यालय में 50 दिन पूरे किए।
ठाकरे आखिरी बार जून 2019 में पार्टी के नवनिर्वाचित 18 सांसदों के साथ अयोध्या गए थे और रामलला मंदिर में पूजा अर्चना की थी। उस वक्त शिवसेना भाजपा की सहयोगी पार्टी थी, लेकिन अब दोनों के रास्ते अलग हो चुके हैं।