उत्तराखंड की अंतरिम सरकार के दूसरे मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र के राज्यपाल पद पर नियुक्त किये जाने से राज्य के हिस्से में एक ओर बड़ी उपलब्धि दर्ज हो गई है।
भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड की पहली नित्यानंद स्वामी सरकार में ऊर्जा मंत्री के रूप में शामिल रहे। नौ नवंबर 2000 को उत्तराखंड देश का 27 वां राज्य बना। पहले मुख्यमंत्री नित्यानंद स्वामी केवल 10 महीने ही मुख्यमंत्री रहे। पार्टी के भीतर विवाद के बाद अक्टूबर 2001 में भाजपा आलाकमान ने कोश्यारी को स्वामी के उत्तराधिकारी के रूप में मुख्यमंत्री पद की ज़िम्मेदारी सौंपी। कोश्यारी को केवल पांच महीने ही मुख्यमंत्री के रूप में मिले क्योंकि 2002 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को पराजित कर कांग्रेस सत्ता में आ गई।
2007 के चुनाव में भी कोश्यारी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे, लेकिन तब भाजपा ने भुवन चंद्र खंडूड़ी को उन पर तरजीह देकर उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बना दिया। इसके बाद कोश्यारी प्रदेश संघटन के मुखिया के बाद राज्यसभा सदस्य बने। 2014 में कोश्यारी नैनीताल सीट से लोकसभा सदस्य बने। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने खुद ही चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
कोश्यारी राज्यपाल बनने वाले उत्तराखंड के दूसरे पूर्व सीएम
कोश्यारी किसी राज्य के राज्यपाल बनने वाले उत्तराखंड के दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री हैं। इससे पहले पंडित नारायण दत्त तिवारी, जो वर्ष 2002 से 2007 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे, उन्हें तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व की यूपीएम सरकार ने आंध्रप्रदेश का राज्यपाल बनाया था।
कोश्यारी का जीवन
- नाम:- भगत सिंह कोश्यारी
- जन्म:- 17 जून, 1942 (बागेश्वर जिले के चेताबगड़ गांव)
- शैक्षिक योग्यता:- स्नातकोत्तर
राजनीतिक जीवन
- 2001 में उत्तराखंड के दूसरे मुख्यमंत्री बने
- 2002 से 2007 तक नेता प्रतिपक्ष
- 2005-2007 प्रदेश अध्यक्ष
- राष्ट्रीय स्वयं सेवक से जुड़े रहे।
- वर्ष 2014 में कोश्यारी पहली बार नैनीताल-ऊधमसिंह नगर से सांसद चुने गए।