पाकिस्तान स्थित लाहौर किले में शनिवार को महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। पिछले हफ्ते भारत सरकार के जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने से नाराज दो शख्स ने ये हरकत की है। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर ईशनिंदा कानून के तहत यह मामला दर्ज कर लिया है। बता दें कि महाराजा रणजीत सिंह सिख साम्राज्य के नेता थे, जिन्होंने 19 वीं शताब्दी में उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तर में शासन किया था।
जून महीने में महाराज रणजीत सिंह की 180वीं पुण्यतिथि पर लाहौर किले में उनकी 9 फीट ऊंची मूर्ति लगाई गई थी। यह मूर्ति कोल्ड ब्रोंज धातू से बनाई गई है, जिसमें महाराजा रणजीत सिंह हाथ में तलवार लिए सिख पोशाक में घोड़े पर बैठे नजर आ रहे थे। पुलिस ने दोनों शख्स के खिलाफ ईशनिंदा कानून के तहत केस दर्ज कर अपनी हिरासत में ले लिया है। ये दोनों शख्स भारत सरकार के उस फैसले से नाराज थे, जिसमें जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाकर विशेष राज्य का दर्जा वापस ले लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक संदिग्ध कट्टरपंथी मौलाना खादिम रिजवी के तहरीक-लब्बैक पाकिस्तान (Tehreek-Labbaik Pakistan) से ताल्लुक रखने वाले हैं। लाहौर किले की देखरेख का जिम्मा निभाने वाले अर्ध सरकारी संगठन वाल्ड सिटी ऑफ लाहौर अथॉरिटी ने ईद के बाद प्रतिमा को जल्द से जल्द ठीक कराने की बात कही है।
वाल्ड सिटी ऑफ लाहौर अथॉरिटी की प्रवक्ता तानिया कुरैशी ने पीटीआई को बताया कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोकने के लिए किले की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। प्रतिमा को अगले हफ्ते तक दोबारा ठीक करा लिया जाएगा। एक बार सबकुछ पहले जैसा हो जाने पर इसे आम लोगों के देखने के लिए खोल दिया जाएगा।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का असर अमृतसर-लाहौर के बीच चलने वाली बस सेवा पर भी पड़ा है। यहां पाकिस्तान ने भारत से अपनी बस मंगवा ली और लाहौर से भारत की बस को खाली लौटा दिया गया। पाकिस्तान की ओर से इस बस सेवा को बंद या निलंबित किए जाने के बारे में लिखित सूचना नहीं दी गई है। यहां लौटी बस के चालक के अनुसार, पाकिस्तान के टर्मिनल अधिकारी ने मौखिक रूप से इस बस सेवा को फिलहाल बंद करने की बात कही। इसके साथ ही दिल्ली और लाहौर के बीच चलने वाली बस सेवा भी बंद कर दी गई है।
अमृतसर-लाहौर व अमृतसर-ननकाना साहिब बस सेवा पर ब्रेक के साथ ही दिल्ली ओर लाहौर के बीच चलने वाली सदा-ए-सरहद बस भी बंद कर दी गई है। इस सेवा के तहत शुक्रवार को लाहौर बस गई थी। वहां से तीन यात्री लेकर बस नई दिल्ली के लिए चली। इधर से पाकिस्तान की बस भी शनिवार सुबह दिल्ली से दो सवारी लेकर पाकिस्तान वापस चली गई। इसके बाद बस सेवा बंद किए जाने का पाकिस्तान का लिखित संदेश मिलने की खबर है। यह संदेश सुरक्षा एजेंसियों को मिला है। जिसे विदेश मंत्रालय को भेज दिया गया।सदा ए सरहद बस सेवा 1999 में शुरू हुई थी और यात्रा की शुरूआत तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बस में पाकिस्तान जाकर की थी।