प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का बलिदान लोगों की सेवा करने और उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए प्रेरित करता है।
पीएम मोदी पहुंचे राजघाट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने कहा, “मैं पूज्य बापू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं उन सभी को भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जो हमारे देश के लिए शहीद हुए हैं। उनका बलिदान हमें लोगों की सेवा करने और राष्ट्र के लिए उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए प्रेरित करता है।”
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि पर राजघाट पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
अमित शाह ने दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महात्मा गांधी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा, “सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देशवासियों के दिलों में स्वदेशी की भावना जागृत करने वाले महात्मा गांधी जी की पुण्य तिथि पर उन्हें शत्-शत् नमन। गांधी जी के शांति और सद्भाव के संदेश आज भी प्रासंगिक हैं और उनके विचार हमेशा देशवासियों को राष्ट्र के प्रति बलिदान देने और समर्पित होने के लिए प्रेरित करें।”
‘बापू के रास्ते हर युग में प्रासंगिक है’
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि बापू के दिखाए रास्ते हर युग में प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा, “स्वदेशी और स्वावलंबन के माध्यम से भारत की आजादी का मार्ग प्रशस्त करने वाले, सत्य और अहिंसा के पुजारी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। बापू के दिखाए रास्ते हर युग में प्रासंगिक हैं। उनके आदर्श और विचार हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।”
राजनाथ सिंह ने किया याद
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संदेश में कहा, “मैं पूज्य बापू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। राष्ट्र उनके योगदान के लिए हमेशा आभारी रहेगा। साथ ही, इस दिन, हम उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने राष्ट्र सेवा में अपना जीवन लगा दिया।”
भारत हर साल 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाने और देश की आजादी में उनके योगदान का सम्मान करने के लिए शहीद दिवस मनाता है। भारत की आजादी के कुछ महीनों बाद 30 जनवरी, 1948 को बिड़ला के घर में गांधी स्मृति में नाथूराम गोडसे द्वारा महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी।