मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कुछ अमन विरोधी ताकतों का जिक्र करते हुए कश्मीर के हालात सुनियोजित साजिश के तहत खराब करने का आरोप लगाया। महबूबा ने कहा नई पीढ़ी में हिंसा भड़काने का फितूर भरा जा रहा है।
गुरबत के शिकार परिवार का पेट पालने के लिए जब 70 साल का बुजुर्ग घर से रोजी-रोटी की तलाश में निकल रहा है तो उसे 10 साल का लड़का थप्पड़ मार देता है। लड़कियों को घरों से निकलने पर स्कूटी के साथ जिंदा जलाने की धमकियां दी जा रहीं हैं।
तहजीब से कपड़े पहने लोगाें को परेशान किया जा रहा है और समाज में सम्मान रखने वाले नागरिकों को प्रताड़ित किया जा रहा है। यह सब प्रदर्शन की आड़ में ऐसे लोग कर रहे हैं जो व्यवस्थित साजिश को अंजाम दे रहे हैं।
महबूबा ने कहा- बुजुर्गो- बेटियों को भी नहीं बख्श रहे उपद्रवी
महबूबा ने कहा घाटी में कई ताकतें माहौल खराब करने पर आमादा हैं। नई पीढ़ी का भविष्य बर्बाद करने वालों को इस सब से क्या हासिल होगा यह समझ से परे है। महबूबा ने कहा कि प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में कश्मीर के युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है।
लेकिन, शिक्षा, पर्यटन और सामाजिक ढांचे को बुरी तरह से तहस नहस किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे युवा केएएस की परीक्षा में नहीं बैठ पा रहे। प्रधानमंत्री स्पेशल स्कालरशिप स्कीम का लाभ नहीं ले पा रहे। शिक्षा और प्रशिक्षण के संस्थान बंद पड़े हैं।
पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। जब पूरी दुनिया हिंसा को खारिज कर चुकी है तब हिंसा को बढ़ावा देने वालों को युवा पीढ़ी का दर्द समझना होगा। वहीं मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। रविवार को वे मौलाना आजाद रोड पर वुमेन कालेज में सीईटी परीक्षा का निरीक्षण करने गई थीं। तभी अभिभावकों ने विरोध किया। इस दौरान भारत विरोधी नारे भी लगाए गए।