पेट्रोल-डीजल के दाम में तेल कंपनियों ने शुक्रवार को लगातार 20वें दिन बढ़त की है. दिल्ली में अब पेट्रोल 80 के पार हो गया है, जबकि डीजल तो एक दिन पहले ही यह आंकड़ा पार कर चुका है.
शुक्रवार को डीजल 17 पैसे महंगा हुआ वहीं पेट्रोल की कीमत में 21 पैसे का इजाफा हुआ है. दिल्ली में पेट्रोल की कीमत कल के 79.92 रुपये से बढ़ कर 80.13 रुपये पर चली गई है. वहीं डीजल 80.19 रुपए प्रति लीटर हो गई है. दिल्ली में डीजल का दाम पेट्रोल से ज्यादा है.
दिल्ली के अलावा अन्य शहरों की बात करें तो मुंबई में पेट्रोल 86.91 रुपये और डीजल 78.51 रुपये लीटर है. चेन्नै में पेट्रोल 80.37 रुपये और डीजल 77.44 रुपये लीटर, कोलकाता में पेट्रोल 81.82 रुपये और डीजल 75.34 रुपये लीटर तथा नोएडा में पेट्रोल 80.85 रुपये और डीजल 72.29 रुपये लीटर है.
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी है, इसके बावजूद तेल कंपनियां अपना मार्जिन सुधारने के लिए कीमतें बढ़ा रही हैं.
भारतीय कंपनियों ने कच्चा तेल काफी पहले ही खरीद कर भंडारण कर लिया था और इसकी वजह से उन्हें इन्वेंट्री लॉस काफी ज्यादा हो रहा है. इंडियन ऑयल को पिछले 4 साल में पहली बार भारी घाटे का सामना करना पड़ रहा है.
पेट्रोल-डीजल राज्य और केंद्र सरकारों के लिए कमाई के मोटे स्रोत होते हैं. दूसरी तरफ, पेट्रोलियम कंपनियां तो कारोबार ही मुनाफे के लिए कर रही हैं.
तो वे भला कमाई क्यों न करें, तो इसीलिए पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं. जब लॉकडाउन में राजस्व की भारी तंगी हो गई तो राज्य सरकारों ने पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ाना शुरू किया. पिछले महीने यानी मई के पहले हफ्ते में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्यों ने डीजल पर वैट बढ़ाया था.
इसके अलावा यह केंद्र सरकार के लिए भी कमाई का मोटा स्रोत है. मई में ही केंद्र सरकार ने भी पेट्रोल पर एक्साइज में 10 रुपये लीटर और डीजल पर एक्साइज में 13 रुपये लीटर की सीधे बढ़त कर दी थी.