आबकारी घोटाले के ईडी के मनी लॉड्रिंग केस में सिसोदिया की न्यायिक हिरासत खत्म होने के बाद आज उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था जहां से न्यायिक हिरासत एक बार फिर बढ़ा दी गई है।
आबकारी नीति में कथित घोटाले के मामले में दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने आज मंगलवार को मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 1 जून तक के लिए बढ़ाई है।
सिसोदिया ने मांगी किताबें
पेशी के दौरान मनीष सिसोदिया ने चेयर, टेबल और किताबों की मांग की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। वहीं, कोर्ट से बाहर निकलते समय मीडिया ने जब दिल्ली सर्विसेज पर केंद्र सरकार के ऑर्डिनेंस को लेकर मनीष सिसोदिया से सवाल किया तो उन्होंने कहा, “पीएम मोदी को बहुत अहंकार हो गया है, वो लोकतंत्र को नहीं मानते हैं।”
बता दें कि आबकारी घोटाले के ईडी के मनी लॉड्रिंग केस में सिसोदिया की न्यायिक हिरासत खत्म होने के बाद आज उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से न्यायिक हिरासत एक बार फिर बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही जेल अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अध्ययन के उद्देश्य से कुर्सी और टेबल प्रदान करने के उनके अनुरोध पर विचार करें।
इस मामले में मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी को सीबीआई ने गिरफ्तार किया और ईडी के साथ ही सीबीआई के मामले में मनीष सिसोदिया फिलहाल न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं।
उल्लेखनीय है कि सोमवार यानी 22 मई को राउज एवेन्यू कोर्ट ने आबकारी घोटाले में आरोपित शराब कारोबारी अमनदीप सिंह ढल की जमानत याचिका पर 29 मई तक सुनवाई टाल दी है। इससे पहले भी 20 मई को ढल की याचिका पर सुनवाई टाल दी गई थी। विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल ने सोमवार को दोनों पक्षों की तरफ से दलीलें सुनी।
ईडी की तरफ से आरोपित की जमानत याचिका का विरोध किया गया। करीब दो घंटे की सुनवाई के बाद कोर्ट ने सुनवाई टाल दी। अगली सुनवाई में भी दोनों पक्षों की तरफ से दलीलें पेश की जाएगी।
बता दें कि शराब कारोबारी व ब्रिंडको सेल्स के निदेशक अमनदीप सिंह ढल आबकारी घोटाले से जुड़े ईडी के मनी लांड्रिंग मामले में आरोपित हैं। इस मामले में ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था। इस मामले में ढल ने कोर्ट में जमानत याचिका लगाई है।