कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लगाए गए लॉक डाउन ने सैकड़ों युवाओं के हाथों से रोजगार छीन लिया है। देश भर के कई हिस्सों में युवा अपने-अपने शहरों व गांव में लौट आए हैं। कु छ ने दूसरे काम अपना लिए हैं तो वहीं कु छ खेती कि सानी कर अपना गुजर बसर कर रहे हैं। होशंगाबाद में कई युवा ऐसे हैं जिनके हाथों से काटम छूट गया है और वे रोजी रोटी की तलाश में है। अब उन्हें रोजगार के लिए परेशान होने की जरुरत नही है।
जल्द ही उनके लिए रोजगार के साधन होशंगाबाद जिले में ही उपलब्ध हो सकें गे। मुख्यालय से बीस कि मी दूर माखननगर विकासखंड के ग्राम मुहासा को औद्योगिक क्षेत्र के रुप में विकसित करने की कवायद तेज कर दी गई हैं। युवाओं को जल्द से जल्द काम मिल सके इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर लगातार समीक्षा की जा रही है। दो दिन पहले कलेक्टर धनंजय सिंह भदौरिया ने ग्राम मुहासा, फू डपार्क बाबई व औद्योगिक क्षेत्र कीरतपुर को लेकर संबंधित अधिकारियों से चर्चा की व जल्द काम पूरा करने के लिए निर्देश दिए।
फू ड पार्क में 9 औद्योगिक इकाई स्थापित
उद्योग विभाग के जीएम एआर मंसूरी ने बताया कि फू डपार्क बाबई में नौ इकाईयां स्थापित की गई है। इकाईयों के लिए 11 भूखंड आवंटित कि ए गए हैं। शेष भूखंड इकाईयों की स्थापना के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। मप्र औद्योगिक कें द्र विकास निगम के प्रशासकीय नियंत्रण एवं उसके अधीन कार्यों को कि या जा रहा है। जीएम मंसी के मुताबिक होशंगाबाद कलेक्टर खुद पूरे प्रोजेक्ट का काम संभाले हुए हैं। मोहासा की 1678 हेक्टेयर जमीन पर इंडस्ट्रियल हब बनाने की योजना पर अमली जामा पहनाने की तैयारी जिला प्रशासन ने भी तेज कर दी है।
52 सौ लोगों के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे
मुहासा, फू डपार्क बाबई, कीरतपुर को औद्योगिक क्षेत्र में विकसित होने के साथ ही 52 सौ लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध हो सकें गे। अभी तक रोजगार पाने के लिए होशंगाबाद के युवाओं को या तो जिले से बाहर जाना पड़ता था। बुधनी स्थिति ट्राइडेंट व वर्धमान फै क्ट्री में भी कई युवाओं ने आवेदन कि या, लेकि न वेकें सी नहीं होने के कारण कई युवाओं को रोजगार नहीं मिल सका।
कलेक्टर करते रहे लगातार काम
ग्राम मोहासा को औद्योगिक क्षेत्र घोषित करने संबंधी प्रस्ताव को फरवरी 2020 में हुई के बिनेट की बैठक में हरीझंडी दी थी। इसके दो माह बद ही कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के चलते देश व्यापारी लॉक डाउन घोषित कर दिया गया था। इस दौरान कई उद्योग-धंधों पर विपरीत असर पड़ा और लोगों का काम भी प्रभावित हुआ। कलेक्टर धनंजय सिंह औद्योगिक क्षेत्र में कराए जाने वाले कार्यों को लेकर लगातार काम करते रहे। उन्होंने जो कार्ययोजना स्थानीय स्तर पर तैयार की थी उसके तहत काम चलता रहा।
110 हेक्टेयर पर कोका-कोला लगाएगी प्लांट
औद्योगिक कें द्र विकास निगम की ओर से मोहासा में 1678 हेक्टेयर जमीन उद्योग के लिए आरक्षति है। कोकाकोला कंपनी ने 110 हेक्टेयर जमीन पर प्लांट लगाने का काम शुरु कर दिया है। कोकाकोला कंपनी को प्रशासन के माध्यम से 10 एकड़ जमीन पूर्व में उपलब्ध कराई गई है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग बड़े पैमाने पर लगाए जाने से होशंगाबाद के साथ ही हरदा, नरसिंहपुर, बैतूल जिले के युवाओं को भी फायदा होगा।
फू ड पार्क में ये इकाईयां हुई स्थापित
1
इकाई का नाम – मेकलसुता एक्वा
भूखंड क्रमांक – 9ए, व 10ए,
उत्पाद का नाम – पैके ड ड्रिकि ंग वाटर
पूंजी निवेश – 25 लाख रुपए
रोजगर – 11 लोगों को मिला
2
इकाई का नाम – दुबे राइस मिल
भूखंड ए-11च बी18,
उत्पाद का नाम – राईस एवं बेकरी
पूंजी निवेश – 20 लाख रुपए
रोजगार – 6 लोगों को मिला
3
इकाई का नाम – राइस मिल
भूखंड – बी 5
उत्पाद का नाम – राईस मिल
पूंजी निवेश – 5 लाख रुपए
रोजगार – 5 लोगों को मिला
4
इकाई का नाम – मेसर्स एमपी सीमेंट –
भूखंड – 8-ए
उत्पाद का नाम – सीमेंट फे ब्रीके शन
निवेश – 4 लाख 10 हजार रुपए
रोजगार – 4 लोगों को मिला
5
इकाई का नाम – भारत बेकरी
भूखंड – 23
उत्पाद का नाम – बेकरी
पूंजी निवेश – 8 लाख रुपए
रोजगार – 9 लोगों को मिला
6
इकाई का नाम – ओम सीमेंट
भूखंड – 5
उत्पाद का नाम – सीमेंट फे ब्रीके शन
पूंजी निवेश – 2 लाख रुपए
रोजगार – 5 लोगों को मिला
7
इकाई का नाम – लकी गनी बेग्स
भूखंड – 6-ए
उत्पाद का नाम – गनी बेग्स
पूंजी निवेश – 6.50 लाख रुपए
रोजगार – 3 लोगों को मिला
8
इकाई का नाम – परिहार सॉ मिल
भूखंड – 4
उत्पाद का नाम – सॉ मिल एवं फर्नीचर
पूंजी निवेश – 4.75 लाख रुपए
रोजगार – 4 लोगों को मिला
9
इकाई का नाम – ताम्रकार बर्तन
भूखंड – 28
उत्पाद का नाम – बर्तन निर्माण
पूंजी निवेश – 2 लाख रुपए
रोजगार – 6 लोगों को मिला