मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में कुख्यात डकैत गुड्डा गुर्जर गिरोह का अंतिम सदस्य करूआ उर्फ कला गुर्जर को पुलिस ने शुक्रवार रात गिरफ्तार किया है। डकैत गुड्डा गुर्जर गैंग के आखिरी सदस्य की गिरफ्तारी के बाद अब यह गिरोह का खात्मा हो चुका है। पुलिस के अनुसार रिठौरा पुलिस को सूचना मिली थी कि, कल्ला गुर्जर किसी जगह छुपा हुआ है जहां पर पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी कर डकैत को गिरफ्तार किया है। डकैत करुआ के पास एक 12 बोर की बंदूक और 10 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं।
4 जिले और 20 थाने थे अलर्ट पर
गुड्डा गुर्जर को पकड़ने के लिए अलर्ट पर रखा गया था। गिरोह के मूवमेंट की जानकारी पुलिस को लगातार मिल रही थी। पुलिस द्वारा पहाड़गंज के जंगलों से लगी सीमाओं को सील किया गया था, जिसके बाद गुड्डा गुर्जर को पकड़ने में सफलता मिली है।
ग्वालियर चंबल अंचल में खौफ फैलाने वाले डकैत गुड्डा गुर्जर को पकड़ने के लिए शिवराज सिंह चौहान ने नवंबर माहीने की शुरुआत में ही निर्देश दिए थे। गुड्डा गुर्जर पर 60 हजार का इनाम घोषित था। मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस प्रशासन व अधिकारी को जल्द उसे पकड़ने का निर्देश देने के बाद नवंबर माह के पहले सप्ताह में ही नूराबाद पुलिस ने लोहागढ़ के जंगल से घेराबंदी कर 10 हजार के दो इनामी डकैतों को गिरफ्तार किया था। डकैत गुर्जर को कारतूस और राशन-पानी बेचने वाले भतीजे को उसी समय गिरफ्तार कर लिया था लेकिन गुड्डा गुर्जर उस वक्त हाथ नहीं आया था। इस छापामारी के दो दिन बाद ही गुड्डा गुर्जर को भंवर पूरा जंगल में मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वहीं शुक्रवार देर रात को गुड्डा गुर्जर के अंतिम सदस्य को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
ऐसे रखा अपराध की दुनिया में कदम
वर्ष वर्ष 2002 में लोहागढ़ के एक गांव में युवक की हत्या करने के बाद गुड्डा गुर्जर ने अपराध की दुनिया में अपना पहला कदम रखा था। उसने जंगलों को अपना ठिकाना बनाया और दहशत फैलाने के लिए गांव में चिठ्ठियां भेजकर टैक्स मांगा करता था। कई वर्षों तक गुड्डा गुर्जर ग्वालियर शिवपुरी में अपराध करता रहा। 17 नवंबर 2021 को उसने 30 साल छोटी लड़की से शादी करने की डिमांड रखी और नहीं मानने पर उसके चाचा का अपहरण भी कर लिया था।