इसके बाद मिले आवेदन को स्वीकार नहीं किया जाएगा। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय का कहना है कि जिन लोगों का मतदाता सूची में नाम नहीं है, वे वोटर हेल्पलाइन एप से 26 अप्रैल तक फार्म-छह भरकर आवेदन दे सकते हैं।
मतदाता सूची में शुक्रवार तक नाम शामिल कराया जा सकता है। इसके बाद मिले आवेदन को स्वीकार नहीं किया जाएगा। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय का कहना है कि जिन लोगों का मतदाता सूची में नाम नहीं है, वे वोटर हेल्पलाइन एप से 26 अप्रैल तक फार्म-छह भरकर आवेदन दे सकते हैं। इसके बाद आवेदन देने वाले लोग इस बार चुनाव में मतदान नहीं कर पाएंगे।
अधिकारियों के अनुसार, आवेदन देने के बाद सत्यापन और मतदाता सूची में नाम शामिल करने में एक सप्ताह से 10 दिन तक का समय लगता है। दिल्ली के मतदाता पहचान पत्र 22 जनवरी को तैयार हो गए थे और प्रकाशन भी हो चुका है। इसके बाद होने वाले आवेदन पर मतदाताओं की एक पूरक सूची तैयार होगी और प्रकाशन होगा। ऐसे में शुक्रवार के बाद कोई भी नया आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस दिन तक आवेदन करने वालों के नाम मतदाता सूची में शामिल होने के बाद वे आनलाइन ई-मतदाता पहचान पत्र डाउनलोड कर सकेंगे। मतदाता पहचान पत्र घर नहीं पहुंचने की स्थिति में ई-मतदाता पहचान पत्र से वोट डाला जा सकेगा।
3.84 लाख मतदाता बढ़े
तीन माह में दिल्ली में 3.84 लाख मतदाता बढ़ गए हैं। अब दिल्ली में मतदाताओं की संख्या 1.51 करोड़ से अधिक हो गई है। पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार करीब 5.5 प्रतिशत मतदाता अधिक हो गए हैं। इस वर्ष 22 जनवरी को जारी विशेष सारांश संशोधित मतदाता सूची के अनुसार दिल्ली में 1.47 करोड़ मतदाता थे। 22 जनवरी के बाद भी मतदाता सूची में नए मतदाताओं को शामिल करने का अभियान जारी रहा। इन प्रयासों से 22 अप्रैल तक मतदाताओं की संख्या बढ़कर 1.51 करोड़ हो गई। 18 से 19 वर्ष के नए मतदाताओं की संख्या भी तीन माह में 88,557 बढ़ गई। इससे नए युवा मतदाताओं की संख्या 2,34,631 पहुंच गई है।
22 अप्रैल 2024 तक दिल्ली में कुल मतदाता -1,51,02,161
- पुरुष- 81,63,874
- महिला- 69,37,072
- अन्य- 1215
- 18-19 वर्ष के नये युवा मतदाता- 2,34,631
22 जनवरी को जारी सूची में मतदाताओं की संख्या-1,47,18,119
- पुरुष- 79,86,572
- महिलाएं- 67,30,371
- अन्य- 1,176
- 18 से 19 वर्ष के नए युवा मतदाता- 1,47,074