मणिपुर में फिर हिंसा की घटना देखने को मिली है। बिष्णुपुर जिले में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं। अधिकारियों ने कहा कि बुधवार रात कुम्बी थाना क्षेत्र के तांगजेंग में यह मुठभेड़ हुई है।
HighLights
- मणिपुर में हिंसा की घटनाएं जारी।
- कुकी उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी घायल।
- अमित शाह आज दौरा खत्म करने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
इंफाल, पीटीआई। Manipur Violence मणिपुर में एक महीने से हो रही हिंसा की घटनाएं अभी तक थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बिष्णुपुर जिले में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं। अधिकारियों के अनुसार, बुधवार रात कुम्बी थाना क्षेत्र के तांगजेंग में यह मुठभेड़ हुई है।
चानुंग में भी भारी गोलीबारी
अधिकारियों ने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों को इंफाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इंफाल के पूर्वी जिले चानुंग से भी भारी गोलीबारी की खबर है। हालांकि, वहां से अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है।
अमित शाह आज करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को अपने चार दिवसीय दौरे पर कहा कि सरकार मणिपुर में शांति बहाल करने और आंतरिक रूप से विस्थापित सभी लोगों की उनके घरों में जल्द वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस बीच दौरा खत्म करने से पहले शाह आज प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे।
दोनों समुदायों के पीड़ितों से मिले शाह
शाह ने दौरे के दौरान राज्य में राहत शिविरों में मैती और कुकी दोनों समुदायों के पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने सुरक्षा का आश्वासन दिया और कहा,सरकार का ध्यान दोनों समुदायों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने पर है। शाह ने आगे कहा, “हम जल्द से जल्द मणिपुर में शांति बहाल करने और शरणार्थियों की उनके घरों में वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
एक महीने से हो रही हिंसा
करीब एक महीने पहले मणिपुर के पहाड़ी जिलों में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैती समुदाय की मांग के विरोध में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किए जाने के बाद राज्य में जातीय संघर्ष छिड़ गया था। कई दिनों तक शांति होने के बाद, राज्य में रविवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष और गोलाबारी की घटना देखी गई। अधिकारियों के मुताबिक, अब तक हिंसा में 80 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।