नई दिल्ली, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के लागू होने के साथ ही रसोई गैस LPG वितरण प्रणाली के माध्यम से करीब एक लाख लोगों को रोजगार मिला है। पिछले पांच सालों में LPG का कवरेज 61.9 फीसदी बढ़ा है, जिसके साथ ही यह पूर्णता के स्तर के नजदीक पहुंच गया है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने यह जानकारी दी गई है। विकास को गति देने और लोक कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी बनाने के लिए आयोजित बजट पश्चात वेबिनार को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के हिस्से के रूप में कोविड- 19 स्थिति के दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को 14 करोड़ से अधिक भरे हुए सिलेंडर फ्री दिए गए हैं।
वहीं, इस दौरान पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव पंकज जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना को घर-घर तक ले जाने के लिए समन्वित प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि योजना को प्रभावशाली बनाने में स्वयं सहायता समूहों को शामिल करने, सिलेंडर के पुनः रिफिल हेतु सूक्ष्म वित्त के रूप में काम करने वाले एलपीजी बैंक का निर्माण, सूक्ष्म वितरकों का नेटवर्क स्थापित करने के साथ-साथ रिफिल के लिए उपभोक्ताओं को आकर्षित करने हेतु मौजूदा सामाजिक नेटवर्क और संस्थागत ज्ञान का लाभ उठाने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
उनके अलावा, ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत सामाजिक विकास व्यवसायी निधि प्रभा तिवारी ने कहा कि बैतूल में सिलिंडर रिफिल के लिए ऋण की व्यवस्था शुरू की गई और उसके बाद रिफिल लेने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ने लगी। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है।
हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के निदेशक (विपणन) राकेश मिश्री ने बताया कि GiveItUp पहल के अंतर्गत 1 करोड़ से अधिक लोगों ने स्वतः एलपीजी पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ दी, जिसका लाभ जरूरतमंद लोगों को मिला है। उज्ज्वला योजना को घर-घर तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री एलपीजी पंचायतों का आयोजन किया गया है।
इसमें उत्तर प्रदेश के एक वितरक स्वतंत्र कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से पहले उनकी एजेंसी के पास 2000 कनेक्शन थे, जो अब बढ़कर 12,500 हो गए हैं और इनमें से 7,500 कनेक्शन उज्ज्वला योजना के तहत आवंटित किए गए हैं।