जल या पानी में जीवन के लिए तो महत्वपूर्ण है ही, साथ ही इसमें कई आध्यात्मिक गुण भी बसे हुए हैं। सनातन परंपरा के अनुसार, जल पंचभूत तत्वों में से एक है, और इसे देवता के रूप में स्वीकार किया गया है। पानी में यादों को कायम रखने की क्षमता होती है। पानी के इन्हीं आध्यात्मिक गुणों के चलते, प्राचीन काल में भी ऋषि-मुनि अपने साथ जल से भरा कमंडल रखा करते थे। हिंदू धर्म में जल को पवित्रता का प्रतीक माना गया है।
हनुमान चालीसा के लाभ
प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से मन और मस्तिष्क में आध्यात्मिक बल प्राप्त होता है। हनुमान जी को बल, बुद्धि और विद्या का दाता कहा जाता है, इसलिए हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करने से आपकी स्मरण शक्ति और बुद्धि में तेज होती है। साथ ही आत्मिक बल भी मिलता है।
क्यों रखना चाहिए पानी
अगर आप हनुमान चालीसा का पाठ करते समय अपने पास पानी रखकर बैठते हैं तो इससे हनुमान चालीसा की शक्तियां बनी रहती हैं। हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद इस जल को पीना बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है। हनुमान चालीसा के अभिमंत्रित जल को पीने से आप हनुमान चालीसा की पूर्ण शक्ति का अनुभव कर सकते हैं।
इन नियमों का भी रखें ध्यान
हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना लाभकारी है। लेकिन मंगलवार के दिन इसका पाठ अवश्य ही करना चाहिए। क्योंकि मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। हनुमान चालीसा का पाठ हमेशा नहा-धोकर और साफ-सुथरे कपड़े पहनकर ही करें। दिन में तीन बार इसका पाठ करना चाहिए।