भारतीय क्रिकेट टीम की इंग्लैंड के खिलाफ पांच मुकाबलों की सीरीज की पहली टक्कर शुक्रवार को यहां होगी। इस साल अक्तूबर में भारत में ही विश्व कप होना है और इसके लिए विराट ब्रिगेड सही संयोजन और कोर खिलाड़ियों की तलाश में है। भारतीय टीम ने हाल में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट 3-1 से जीती लेकिन यह अलग प्रारूप है और कप्तान इयोन मोर्गन की अगुवाई वाली दुनिया की नंबर एक टी-20 टीम की चुनौती आसान नहीं है।
सीरीज के दौरान सपाट पिचों पर ढेरों पर बनने की संभावना है और ऐसे में भारतीय गेंदबाजों की राह आसान नहीं होगी। इंग्लैंड के आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर ने हाल में कहा था, ‘हमारे लिए यह शानदार मौका है कि हमें उन हालात में खेलने का मौका मिल रहा है जहां हमें विश्व कप खेलना है।’
भारत के पास हर स्थान के लिए कई विकल्प मौजूद हैं और ऐसे में यह कप्तान के लिए अच्छी खबर है। इस तरह की स्थिति में हालांकि कुछ मुश्किल हालात भी पैदा हो जाते हैं और भारतीय टीम इससे अच्छी तरह वाकिफ है क्योंकि 2019 विश्व कप के दौरान टीम इस तरह की स्थिति का सामना कर चुकी है। उस टूर्नामेंट में भारत के पास नियमित रूप से चौथे नंबर पर खेलने वाला कोई बल्लेबाज नहीं था।
पुराने अनुभव को देखते हुए कोहली और मुख्य कोच रवि शास्त्री ने फैसला कर लेिया है कि टी-20 विश्व कप में रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज कौन करेगा। इनके पास लोकेश राहुल और शिखर धवन के रूप में दो विकल्प मौजूद हैं। कौशल को देखते हुए सीमित ओवरों की अंतिम एकादश में राहुल को चुनने की बात विराट कल ही कह चुके हैं। लोकेश राहुल और शिखर धवन दोनों पिछले साल हुए आईपीएल में शीर्ष दो स्कोरर थे।
मोटेरा की पिच निश्चित तौर पर सपाट होगी जो रन से भरी होगी। खेल के सबसे छोटे प्रारूप की जरूरत भी यही है। दोनों टीमों में कई आक्रामक बल्लेबाज हैं और ऐसे में दर्शकों को ढेरों बाउंड्री देखने को मिल सकती हैं। भारत के पास उप कप्तान रोहित के अलावा ऋ षभ पंत और हार्दिक पंड्या जैसे तूफानी बल्लेबाज हैं जबकि इंग्लैंड की टीमें कप्तान इयोन मोर्गन, बेन स्टोक्स, जोस बटलर, डेविड मलान और जेसन रॉय जैसे आक्रामक बल्लेबाज हैं।
टी नटराजन के अनुपलब्ध रहने के कारण गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई भुवनेश्वर कुमार करेंगे जो लंबे समय बाद वापसी कर रहे हैं जबकि सीनियर स्पिनर युजवेंद्र चहल उनका साथ निभाने के लिए मौजूद रहेंगे। इन हालात में स्पिनरों के खिलाफ इंग्लैंड के बल्लेबाजों की कमजोरी को देखते हुए चहल को वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल दोनों का साथ मिल सकता है जिसके बाद शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर और नवदीप सैनी में से किसी एक को खेलने का मौका मिलेगा।
सीमित ओवरों के प्रारूप में इंग्लैंड को अपने ऑलराउंडरों से काफी उम्मीदें होंगी और ऐसे में नजरें स्टोक्स, सैम कुरेन और मोइन अली पर टिकी रहेंगी। इंग्लैंड के पास इसके अलावा जोफरा आर्चर , मार्क वुड, क्रिस जॉर्डन जैसे तेज गेंदबाजों के अलावा कलाई के स्पिनर आदिल राशिद भी हैं जिससे कारण भारत की जीत की राह आसान नहीं होने वाली।
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, शिखर धवन, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, ऋ षभ पंत, हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी, दीपक चाहर, राहुल तेवतिया, इशान किशन (रिजर्व विकेटकीपर)।
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), जोस बटलर, जेसन रॉय, लियाम लिविंगस्टोन, डेविड मलान, बेन स्टोक्स, मोइन अली, आदिल राशिद, रीस टॉपले, क्रिस जोर्डन, मार्क वुड, सैम कुरेन, टॉम कुरेन, सैम बिलिंग्स, जॉनी बेयरस्टो और जोफरा आर्चर।