आज हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रहा है. चाहे वह सैन्य ताकत हो कारोबार हो या फिर खेलकूद आज हम बात कर रहे हैं. कुश्ती की जिसमें भारत का नाम सबसे टॉप पर आता है. भारत के रेसलर को दुनिया के बेहतरीन प्लेयर्स में से माना जाता है दुनिया में कहीं भी अगर कुश्ती की बात होती है. तो भारत का नाम ना आए ऐसा भला कैसे हो सकता है. खैर आज हम किसी उपलब्धि की बात नहीं करने वाले बल्कि आज हम आपको एक ऐसे कुश्ती प्लेयर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने मैदान में खेलते खेलते ही दम तोड़ दिया.
मौजूदा खबर अनुसार बता दें कि जहां एक ओर 5 अप्रैल को बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान के जेल जाने के बाद उनके फैन उदास नजर आ रहे थे. और सोशल मीडिया पर काफी बवाल मचा रहे थे वहीं दूसरी ओर भारत ने अपने एक महान रेसलर को खो दिया है.जी हां महाराष्ट्र कोल्हापुर जिले का रहने वाले निलेश केंदूरकर की मैदान में ही घायल होने से मौत हो गई है. वैसे तो हर रोज कोई न कोई खिलाड़ी व्यक्ति की मौत की ख़बर सामने आती ही रहती है. लेकिन इस बार एक पहलवान की मौत की खबर सामने आ रही है.
गौरतलब है कि कुश्ती के मैदान में हमेशा जंग लड़ने वाला खिलाड़ी आज वह अपनी ही जिंदगी की जंग को हार गया महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले का रहने वाला निलेश केंदूरकर जो कि एक रेसलर था नीलेश को बचपन से ही मैदान में कुश्ती लड़ने का शौक था और वह इसी में अपना नाम कमाना चाहता था परंतु उसे क्या पता था कि 1 दिन यहीं कुश्ती लड़ने के कारण उसकी मौत हो जाएगी.
बता दें कि नीलेश के गांव बांडेवाड़ी में 31 मार्च को ज्योतिर्लिंग यात्रा निकाली गई थी. इसी यात्रा के उपलक्ष में सभी लोगों ने मिलकर कुश्ती का आयोजन किया था जिसमें नीलेश के विपक्ष खिलाड़ी ने उसको एक चक दांव से चित कर नीचे गिरा दिया और जिसके कारण नीलेश की गर्दन बाकी हिस्सों में काफी गहरी चोट लग गई थी घायल नीलेश को वहां मौजूद लोगों ने उनको अस्पताल में भर्ती कराया था .
बताते चलें कि नीलेश को लोगों ने नजदीकी कृष्णा अस्पताल में भर्ती करवाया और पुलिस को तुरंत खबर कर दी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन करते हुए मामला दर्ज कर लिया है .पुलिस के मुताबिक इस मुकाबले में नीलेश को काफी गहरी चोट आ गई थी जिसके वजह से वह 6 दिनों से अस्पताल में भर्ती था लेकिन शुक्रवार को इसका सुबह निधन हो गया भारत में लोग एक अभिनेता की जेल जाने के पीछे रो सकते हैं लेकिन ऐसे महान खिलाड़ी को श्रद्धांजलि नहीं दे सकते यह बहुत ही शर्म की बात है.