प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों से कृषि उत्पादों पर खास जोर देते हुए देश में कुपोषण जैसे वास्तविक समय के सामाजिक मुद्दों पर ध्यान देने करने का अनुरोध किया है.
शनिवार को वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की बैठक में पीएम मोदी ने वर्चुअल लैब विकसित करने की अहमियत पर जोर दिया ताकि देश के हर कोने में विज्ञान को छात्रों तक पहुंचाया जा सके.
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा कि युवा छात्रों को विज्ञान की ओर आकर्षित किया जाना चाहिए ताकि अगली पीढ़ी में वैज्ञानिक कौशल और मजबूत हो सके.
प्रधानमंत्री ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में काम करने वाले भारतीयों के बीच अनुसंधान और विकास परियोजनाओं में सहयोग बढ़ाने के उपायों का भी सुझाव दिया.
पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों से भारत की आकांक्षा संबंधी जरूरतों पर काम करने को कहा. उन्होंने कहा कि सीएसआईआर को भारत के वास्तविक मुद्दों जैसे कुपोषण पर कृषि उत्पाद और जल संरक्षण के जरिए अधिक जोर देना चाहिए.
पीएम मोदी ने अक्षय ऊर्जा भंडारण के लिए 5 जी वायरलेस तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सस्ती और लंबे समय तक चलने वाली बैटरी को लिस्टेड किया है, जो कुछ उभरती चुनौतियां हैं, जिन पर वैज्ञानिकों को ध्यान देने की जरूरत है.
उन्होंने पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़ने को कहा ताकि विश्व स्तरीय उत्पाद बनाए जा सकें. पीएम मोदी ने इनोवेशन का कर्मशलाइजेशन करने की बात भी कही. पीएम मोदी ने सीएसआई में वैज्ञानिक समुदाय से आम लोगों की जिंदगी में सुधार लाने की बात भी कही.