प्रधानमंत्री इमरान खान अपने बयान में कहते हैं कि वह शांति चाहते हैं, तो वहीं उनकी सेना भारत के एक कमांडर को हिरासत में ले तस्वीरें साझा करती है. जो कि अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है. लेकिन अपनी शेखी दिखाने के चक्कर में पाकिस्तान ये भूल गया है कि उसने इस बार बहुत बड़ी गलती कर दी है.
पूरा हिंदुस्तान अपने लापता एयरफोर्स के विंग कमांडर के साथ खड़ा है. पाकिस्तान को ये मान लेना चाहिए कि उसे अभिनंदन को सकुशल हिंदुस्तान को लौटाना ही होगा. सोशल मीडिया से लेकर हर तरफ अभिनंदन को वापस लेने के लिए अभियान छिड़ा है और हर कोई उनकी जांबाजी को सलाम कर रहा है.
भारत ने पाकिस्तानी राजदूत को बुलाकर स्पष्ट कह दिया है कि हमारा फ़ाइटर पायलट हमें लौटा दो, वैसे पाकिस्तान के पास अधिक विकल्प हैं भी नहीं. क्योंकि जेनेवा संधि के मुताबिक पाकिस्तान हमारे पायलट को हाथ भी नहीं लगा सकता है. भारत ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि पाकिस्तान इस संधि का उल्लंघन कर चुका है, क्योंकि उसने पायलट की घायल तस्वीरें और वीडियो साझा की है जो नियमों के खिलाफ हैं.
अंतरराष्ट्रीय जिनेवा संधि में युद्धबंदियों को लेकर नियम बनाए गए हैं. इसके तहत युद्धबंदियों को डराने-धमकाने का काम या उनका अपमान नहीं किया जा सकता. युद्धबंदियों को लेकर जनता में उत्सुकता पैदा भी नहीं करनी है. संधि के मुताबिक, युद्धबंदियों पर या तो मुकदमा चलाया जाएगा या फिर युद्ध के बाद उन्हें लौटा दिया जाएगा.
पाकिस्तानी सेना के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने पहले तो ये कहा कि पाकिस्तान के कब्जे में भारत के दो पायलट हैं लेकिन शाम होते होते पाकिस्तान को अपने बड़बोलेपन का अहसास हुआ. बाद में उसने माना कि दो नहीं बल्कि एक पायलट ही उनके पास है. पाकिस्तानी फौज के प्रवक्ता को पता चल चुका था कि पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश हो चुका है. लिहाजा, चंद घंटों में ही यूटर्न ले लिया.
भारत ने बुधवार दोपहर को ही नई दिल्ली में पाकिस्तान के कार्यवाहक हाई कमिश्नर को आपत्ति पत्र भेजते हुए भारतीय पायलट की तुरंत रिहाई की मांग की थी. देर रात इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग ने पाकिस्तान से औपचारिक तौर पर पायलट की रिहाई को कहा है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय को भारत ने इस मामले में एक चिट्ठी भी लिखी है, हालांकि पाकिस्तान ने इस पर अब तक कोई जवाब नहीं दिया है.
पाकिस्तानी मीडिया में लगातार भारतीय पायलट की तस्वीरों को दिखाकर वाहवाटी लूटने की नापाक कोशिश हो रही है. लेकिन भारत ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई है. भारत ने कहा कि गिरफ्तारी भारतीय जवान के वीडियो को बार-बार दिखाकर पाकिस्तान जेनेवा सम्मेलन के नियमों का सीधा और साफ उल्लंघन कर रहा है.