बाबा रामदेव ने इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव को लेकर कहा कि मैं सेविंग के पक्ष में हूं. सेविंग करने से सस्टेनेबल ग्रोथ होती है. मैं उपभोक्तावादी नहीं हूं और न ही मैं इसका पक्षधर नहीं हूं.
केवल खर्च और बचत से देश आगे नहीं बढ़ेगा. प्रोडक्टिविटी बढ़ाना जरूरी है. हमारी उपज दोगुनी-तीन गुनी कैसी हो यह सोचना होगा. डेयरी, बागवानी को बढ़ावा देना होगा.
बाबा रामदेव ने कहा कि हमारा देश बाजार नहीं, परिवार है. मैं उपभोक्तावाद का पक्षदर नहीं हूं. जितना सेविंग होगा उतना बेहतर है. प्रकृति की रक्षा करनी होगी. बजट में इसका भी ख्याल रखा गया है.
योग गुरू बाबा रामदेव की. बाबा रामदेव ने कहा कि बजट में अच्छा प्रयास किया गया है. कृषि, किसान, गांव, गरीब और युवाओं को ध्यान में रखा गया है. आने वाले पांच दस वर्षों में भारत को मजबूती देने वाला कदम उठाया गया है.
लेकिन लोगों की आकांक्षाएं और भी है. मोदी जी की नियत अच्छी है. मिला जुला रिएक्शन मिलेगा. अच्छे प्रयास और करने पड़ेंगे. भारत की अर्थव्यवस्था को और अच्छा बनाने के लिए. हमें दूसरों पर निर्भरता कम करनी होगी. सऊदी, मलेशिया, चीन पर निर्भरता कम करनी होगी. अर्थव्यवस्था पर भारत का नियंत्रण जरूरी है. मैं एफडीआई के पक्ष में नहीं हूं. मैं स्वदेशी के पक्ष में हूं.