राजस्थान में एक महीने से अधिक समय तक चले सियासी खींचतान से अशोक गहलोत सरकार एक समय संकट में आ गई थी. हालात ऐसे बन गए कि सरकार के कई मंत्री और विधायकों को जैसलमेर के होटल में ठहराना पड़ा था. अब, जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा में बहुमत साबित कर चुके हैं, सरकार फिर से एक्टिव मोड में नजर आ रही है.
सियासी संकट से उबरने के बाद अब राजस्थान सरकार ने ब्यूरोक्रेसी बड़ा बदलाव किया है. भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 14 अधिकारियों को इधर से उधर कर दिया गया है. राजस्थान सरकार के कार्मिक विभाग ने मंगलवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं.
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश्वर सिंह का तबादला जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर किया गया है. वहीं, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, रक्षा जेल एवं अन्वेषण ब्यूरो रोहित कुमार का तबादला किया गया है.
शासन के प्रमुख सचिव आयोजना, आयोजना (जनशक्ति और गजेटियर्स), सांख्यिकी, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग, सूचना एवं जनसंचार विभाग अभय कुमार को गृह विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा को प्रमुख शासन सचिव सूचना प्रौद्योगिकीएवं संचार विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
पंचायतीराज विभाग के सचिव सिद्धार्थ महाजन को आयोजना, आयोजना (जनशक्ति और गजेटियर्स) , सांख्यिकी विभाग का अतिरिक्त दिया गया है. इसी तरह 11 प्रशिक्षु सहायक कलक्टर का भी उपखंड के मजिस्ट्रेट पद पर तबादला किया गया है.
कोटा के प्रशिक्षु सहायक कलक्टर अतुल प्रकाश को बांसवाड़ा के गढ़ी, बीकानेर से अभिषेक सुराना को जयपुर के चौमू, पाली से देशल दान को कोटा के रामगंज मंडी, शिल्पा सिंह को जयपुर से भीलवाड़ा के शाहपुरा और राम प्रकाश को बांसवाड़ा से झालावाड़ के भवानीमंडी का उपखंड मजिस्ट्रेट पद पर ट्रांसफर किया गया है.
मुहम्मद जुनैद पीपी को श्रीगंगानगर से झालावाड़, मयंक मनीष को जोधपुर से उदयपुर के वल्लभनगर, नित्या के को अजमेर से टोंक, अभिषेक खन्ना को अलवर से चुरू, उत्साह चौधरी को जयपुर से भीलवाड़ा के मांडलगढ़ और अर्पणा गुप्ता का तबादला जोधपुर के प्रशिक्षु सहायक कलक्टर से उदयपुर के बड़गांव उपखंड मजिस्ट्रेट के पद पर किया गया है.