एक तरफ केंद्रीय कैबिनेट ने नाबालिग से रेप पर मौत की सजा को मंजूरी देते हुए अध्यादेश लाने का फैसला किया है तो वहीं मोदी सरकार के अपने ही मंत्री ने रेप पर विवादित बयान दे दिया है। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने कहा है कि इतने बड़े देश में 1-2 घटना हो जाए तो बात का बतंगड़ नहीं बनाना चाहिए।
उधर, 2012 में दिल्ली में हुए गैंगरेप पीड़िता की मां आशा देवी ने पॉक्सो ऐक्ट में संशोधन के लिए अध्यादेश के सरकार के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, ‘यह 12 साल से कम उम्र की नाबालिग (रेप पीड़ितों) के लिए एक अच्छा कदम है पर उनका क्या जिनकी उम्र ज्यादा है? रेप से बड़ा जघन्य अपराध दूसरा नहीं होता, इससे बड़ा दर्द नहीं होता। हर रेपिस्ट को फांसी की सजा होनी चाहिए।’