पुलिस, बॉलीवुड से भी गंदी है. ये सिर्फ मासूम लोगों को परेशान करती है, उसके आसपास के लोगों को, उनकी गर्लफ्रेंड, उनके दोस्त को पुलिस थाने बुलाएगी, घंटो-घंटों बैठाएगी लेकिन दूर-दूर तक कोई न्याय नहीं मिलेगा. न्याय अगर पाना है तो पुलिस की तरफ मत देखो. पुलिस, लॉ ये सब बस ढकोसले हैं जो पब्लिक को उल्लू बनाने के लिए बैठे हैं और दिखाने के लिए कि वे काम भी करते हैं’.
उन्होंने आगे कहा कि ‘मेरे फिल्म सेट पर हुए हैरेसमेंट के केस में जो 5 लोग थे उन्हें बुलाया तक नहीं. बल्कि हमें बार-बार बुलाती रही. सबूत और विटनेस देने के बावजूद हमें कुछ नहीं मिला. हो सकता है कि सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड में जो असल जिम्मेवार हैं वही पुलिस को फोन करते हों. वही पुलिस को ये बता रहे हों कि इसकी गर्लफ्रेंड को फंसाओ, इसके दोस्तों को फंसाओ ताकि उनका नाम इस केस से हट जाए. ये सब देखकर बहुत गुस्सा आता है’.
बॉलीवुड इंडस्ट्री के बारे में बात करते हुए तनुश्री ने कहा- ‘इंडस्ट्री में जो लोग बहुत पहले से हैं वो जर्नलिस्ट्स से ब्लाइंड आइटम्स लिखवाते हैं. इंडस्ट्री में अगर आप कॉन्फिडेंट हैं, अपनी मेहनत से आगे बढ़ रहे हो तो बहुत जल्दी आपको साइको, पागल ये सब टैग दिया जा सकता है.
अगर आपने गलत व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाई है तो ये पक्का आपको पागल करार देंगे. बॉलीवुड गेम ऑफ पर्सेपशन है. यहां के गेम को समझने में आउटसाइडर को बहुत टाइम लग जाता है. लेकिन जो यहीं पैदा हुए हैं उन्हें ये सब शुरू से ही पता है. जो नॉर्मल घरों से आते हैं वे इंडस्ट्री के डबल स्टैंडर्ड को नहीं जानते हैं. पर्सनल लाइफ, प्रोफेशनल लाइफ सभी चीज में डबल स्टैंडर्ड, ये लोग आपको नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते’.