लखनऊ से रोज सुबह बरेली होकर नई दिल्ली के आनंद विहार जाने वाली डबल डेकर रविवार को दुर्घटना का शिकार हो गई। इस ट्रेन की एक बोगी मुरादाबाद के आउटर पर पटरी से उतर गई। जिसके कारण ट्रेन का संचालन बाधित है। ट्रेन नंबर 12583 लखनऊ-आनंद विहार डबल डेकर एक्सप्रेस है।
वहीं तेज झटका लगते ही यात्रियों में हड़कंप मच गया। तमाम यात्री अनहोनी की आशंका के चलते ट्रेन रुकते ही कोच से बाहर आ गए। घटना सुबह 10 बजे की है। गनीमत रही कि किसी यात्री को चोट नहीं लगी।
सूचना मिलते ही दुर्घटना राहत ट्रेन को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। हालांकि स्टेशन के नजदीक होने के कारण अधिकांश कर्मचारी और अधिकारी बिना एआरटी के ही घटनास्थल पर पहुंच गए थे। थोड़ी देर बाद मंडलीय अधिकारी भी पहुंचे। कोच सी-5 के दो पहिए पटरी से उतरे थे। तमाम यात्री अनहोनी की आशंका के चलते ट्रेन रुकते ही कोच से बाहर आए गए।
इसके चलते इंजन और उसके पीछे के चार कोचों को मुरादाबाद रेलवे स्टेशन रवाना किया गया। दुर्घटना से आक्रोशित यात्रियों ने सुरक्षा में लापरवाही के आरोप लगाए। इस दौरान पहुंचे मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश, सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा समेत अन्य अधिकारियों ने यात्रियों को समझाया। मुरादाबाद रेलवे स्टेशन जाने वाले तमाम यात्री वहीं से उतर कर चल दिए बाकी यात्रियों को एक बस से रवाना किया गया।
थोड़ी देर बाद मंडलीय अधिकारी भी पहुंचे। पहले ट्रेन को पटरी पर चढ़ाने की तैयारी की जा रही थी। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश, सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और नाराज यात्रियों से बात कर उन्हें सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। मौके पर पहुंचकर मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने जानकारी प्राप्त की।
रेलवे डबल डेकर एक्सप्रेस का रूट भी बदलने की योजना बना रहा है। इसका मकसद में पैसेंजरों की संख्या बढ़ाना है। इसकी फीजिबिलिटी जांचने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन के अधिकारियों ने मंथन शुरू कर दिया है।
ट्रेन को सीतापुर के रास्ते दिल्ली तक चलाने पर सीतापुर के यात्रियों को भी राहत मिलेगी। अभी ट्रेन लखनऊ जंक्शन से आलमनगर होते हुए बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद व आनंदविहार तक जाती है। ट्रेन सीतापुर के रास्ते चलाने पर यात्रियों की संख्या बढऩे की उम्मीद है। सीतापुर से दिल्ली जाने वाले सैकड़ों यात्रियों को राहत मिल जाएगी।
डबल डेकर एक्सप्रेस लखनऊ जंक्शन से आनंद विहार के बीच हफ्ते में चार दिन चलती है। एसी चेयरकार वाली यह ट्रेन यात्रियों की पसंदीदा हुआ करती थी, लेकिन समय के साथ यात्रियों का रुझान कम हो गया। लिहाजा घटते राजस्व को देखते हुए यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन रूट बदलने की रणनीति बना रहा है।
रेलवे के आला अधिकारी ट्रेन को सीतापुर के रास्ते दिल्ली के लिए चलाने की तैयारी में हैं। ऐशबाग से सीतापुर रूट का आमान परिवर्तन पूरा हो चुका है। अब इस रूट पर ट्रेनें रफ्तार भर रही हैं। ऐसे में डबल डेकर को इस रूट पर शिफ्ट करने में दिक्कतें नहीं होंगी।