आपका बेडरूम आपके स्वास्थ्य और आपकी संपन्नता का सूचक है। यदि बेडरूम वास्तु की दृष्टि से आपने सजाकर रखा है तो आपके सारे कष्टों को आपसे दूर रखने में यह अपनी पूरी ताकत लगा देता है। इसलिए, कई लोग घर बनाने से लेकर इसकी सजावट तक में वास्तु का ध्यान सबसे पहले रखते हैं। आइए, जानें बेडरूम का वास्तु क्या कहता है-
1. यदि आपने अपना घर कई मंजिलों का बनाया है तो बेडरूम सबसे ऊपर की मंजिल पर हो तो इसे वास्तु की दृष्टि से बेहतर माना जाता है।
2. सोते समय आपका सिर या तो पश्चिम या फिर दक्षिण दिशा में रखें। ऐसे में सुबह उठने का साथ ही आपका चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होगा जिसे शुभ माना जाता है। उत्तर दिशा को कुबेर की दिशा कही जाती है, इसलिए स्वास्थ्य के साथ-साथ आपकी सम्पत्ति में भी यह बढ़ोतरी लाता है।
3. अपना बेड दक्षिण-पश्चिम दिशा में अथवा पश्चिम दिशा में रखें। यह सुख-सम्पत्ति में वृद्धि लाता है।
4. पानी, बुक्स, घड़ी जैसे छोटे-मोटे सामान रखने के लिए बेड के दाईं तरफ आप कोई छोटी टेबल रख सकते हैं।
6. स्टूडेंट के लिए सिराहने की दिशा हमेशा पश्चिम में होनी चाहिए, इससे अध्ययन के मार्ग में आनेवाली बाधाओं का हनन स्वयं ही होता रहता है।
7. बेडरूम में ड्रेसिंग टेबल घर की खिड़की के ठीक सामने रखना सही नहीं माना जाता। बेडरूम के अन्दर आधे चांद के आकार का फर्नीचर वर्जित है। इससे फैमिली के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं परेशान करती रहती हैं।
8. बेडरूम के साथ यदि आप बाथरूम बनवा रहे हैं तो इसके लिए आप कमरे का उत्तर या फिर पश्चिम की दिशा का चयन करें।
9. आपके बेडरूम का दक्षिण-पश्चिम या फिर पश्चिम कोना खाली नहीं रहे इस बात का ध्यान रखें।
10. यदि बेडरूम में आपको कोई तिजोरी रखनी हो या फिर अलमारी में आपका सेफ हो तो इसे दक्षिण की दिशा में रखना उचित माना गया है, ताकि उसका मुंह धन-कुबेर की दिशा उत्तर की ओर खुले।
11. यदि घर में कोई विवाह योग्य लड़की हो तो उसका बेडरूम आप उत्तर-पश्चिम दिशा में रखें। यदि कोई ऐसे मेहमान हों जिन्हें आपको लंबे समय तक नहीं रखना तो उन्हें भी इसी कमरे में आप ठहराएं। माना जाता है कि इससे उस कमरे में रह रहे लोगों का जाना जल्दी होता है।
12. उत्तर-पूर्व दिशा में बेडरूम होने से धन-संपत्ति का विनाश होता है। हर काम में रुकावट और बच्चों की शादी में देरी भी हो सकती है।
13. हमेशा ध्यान रखें कि आपके बेडरूम के बाहरी दीवारों पर किसी तरह की दरार या टूट-फूट न मौजूद हो, इससे जीवन में उथल-पुछल मचा रहता है हमेशा।