आज भी, कई लोग लड़की का शादी तक वर्जिन होना (कुंवारापन ना खोना) बहुत ज़रूरी मानते हैं. यही कारण है कि कौमार्य से जुड़े हुए बहुत से मिथक समाज में फैले हैं| आज भी वेर्जिनिटी से जुड़ी कई परम्पराएं भारत और अन्य देशों में भी मौजूद है|लेकिन इन सभी परम्पराओं में गौर करने वाली बात ये है कि ये अग्निपरीक्षा सिर्फ लड़की को ही देनी होती है, जबकि लड़के की वेर्जिनिटी शायद लोगों के लिए कुछ भी मायने नहीं रखती.
आज एक ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है जिसमे एक लड़की ने अपनी सास को लेकर ये खुलासा किया है की वे किस तरह से शादी के बाद उसके कौमार्य का परिक्षण करती है जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जायेंगे |आपको बता दे ये लड़की दिल्ली की रहने वाली है और दुनिया के सामने इस लड़की ने खुद अपनी दर्दनाक आप बीती बताई की किसी तरह से शादी के बाद उसकी जिंदगी में भूचाल आ गया।
उसने बताया की उसकी शादी के बाद सुहागरात के वक्त लड़की की सास ने पहले उन्हें एक तौलिया लाकर दिया जिसके बाद वो लड़की इस बारे में कुछ समझ पाती उसकी सास से साफ शब्दों में उससे कहा की उसे सुहागरात मनाने से पहले अपनी वर्जिनिटी साबित करनी है और ये वेर्जिनिटी टेस्ट उस लड़की के साथ केवल सुहागरात वाले दिन ही नहीं कराया गया बल्कि जब वो और उनके पति हनीमून के लिए निकल रहे थे, तब भी उन्हें एक सफेद तौलिया दिया गया जिससे किसी भी तरह की कोई आशंका ना रह जाये |
तो इस तरह की सोच आज के हमारे इस शिक्षित समाज की जो जिसमे एक लड़की को घर की बहु और किसी की पत्नी बनने के लिए शादी हो जाने के बाद भी यह अग्निपरीक्षा देनी पड़ती है और यदि वो इस परीक्षा में पास होती है तब तो ये शादी मान्य है और यदि फेल हो जाती है तो फिर उसकी जिंदगी नर्क से भी बत्तर बना दी जाती है |
इस तरह की परम्पराओं को देखकर ऐसा लगता है की कितना घटिया है हमारा पुरुष समाज जिनके लिए विवाह पूर्व रिलेशनशिप में वर्जिनिटी कोई माने नहीं रखती, लेकिन रिलेशनशिप के बाद जब बात विवाह की आती है तो वर्जिनिटी उनके लिए बहुत बड़ा सवाल बन जाता है. वैसे भी विवाह के बाद एक महिला को ही क्यों अपनी वर्जिनिटी साबित करनी पड़ती है? एक पुरुष से यह क्यों नहीं पूछा जाता कि वह वर्जिन है कि नहीं या उसने विवाह पूर्व किसी महिला के साथ शारीरिक संबंध तो नहीं बंनाये?