राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. 4 दिन बाद जैसलमेर पहुंचे सीएम अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि बीजेपी के विधायक बाड़ेबंदी में जा रहे हैं, उनकी अब पोल खुल गई है.
अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी नेताओं और हमारी पार्टी छोड़ चुके लोगों के खिलाफ हर घर में गुस्सा है. मेरा मानना है कि वे भी इसे समझते हैं और उनमें से अधिकांश हमारे पास लौट आएंगे. पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, आप सोच सकते हो कि सरकार में तो हम लोग हैं, हॉर्स ट्रेडिंग हो रही थी. किस प्रकार हमें विधायकों को एकसाथ रोकना पड़ा. लेकिन बीजेपी के विधायकों को किस बात की चिंता है? तीन-चार जगह पर वो लोग बाड़ेबंदी कर रहे हैं. वो भी चुन-चुनकर कर. उनमें फूट नजर आ रही है.
अशोक गहलोत ने कहा, कैलाश मेघवाल ने पहले बयान दिया था. राजस्थान में कभी इस प्रकार की परंपरा नहीं रही है. सबको मालूम है कि मैं बार-बार कहता रहा हूं. पहले भी सरकार गिराने को लेकर दो-तीन प्रयास हुए हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की हैसियत से भैरोसिंह शेखावत साहब के वक्त में मैंने विरोध किया था. नरसिम्हा राव प्राइम मिनिस्टर थे, तब भी विरोध किया था. उस समय बलिराम भगत राजस्थान में थे.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राज्यपाल से जाकर मैं मिला. राजस्थान में साजिश करके सरकार गिराने की परंपरा नहीं विकसित होनी चाहिए. बीजेपी के जो स्थानीय नेता बड़े-बड़े दावे कर रहे थे, लेकिन आज और कल में उनकी पोल खुल गई है. अब बीजेपी नेता चार्टर्ड प्लेन से अपने विधायकों को बाहर भेज रहे हैं और बाड़ेबंदी करवा रहे हैं. मैं ये कहना चाहूंगा कि ये परम्पराएं जो डाल रहे हैं, ये डेमोक्रेसी के लिए खतरनाक है.
अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी लड़ाई सरकार को अस्थिर करने के षडयंत्र के खिलाफ है. विजय हमारी ही होगी. क्योंकि प्रदेशवासी हमारे साथ हैं. पूरे प्रदेश के घर-घर के अंदर चर्चाएं हैं कि ये बीजेपी ने तमाशा किया क्यों है? सरकार अच्छा काम कर रही थी, कोरोना को लेकर एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी काम किया, देश-दुनिया में तारीफ हो रही थी राजस्थान की. जहां जीवन बचाने का संघर्ष हो, वहां राजनीति पीछे हो जाती है.
अशोक गहलोत ने कहा कि दुर्भाग्य से जीवन बचाने के संघर्ष के दौरान इनको (बीजेपी को) सरकारें गिराने के लिए षडयंत्र करने का टाइम मिल जाता है. आप सोच सकते हो कि गवर्नेंस में इनकी कितनी रुचि होगी. शासन करने में इनकी कितनी रुचि होगी. दुर्भाग्य है देश का कि ऐसे लोग सत्ता में बैठे हुए हैं.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा, मैंने प्रधानमंत्री से भी बात की. अमित शाह का आपको मालूम है कि उनका रवैया क्या रहता है. उनका टारगेट सरकार गिराने का रहता है. धर्मेंद्र प्रधान हों, पीयूष गोयल हों और भी कई नेता हैं, बार-बार क्या नाम लें उनका, तमाम सब मिलकर षड्यंत्र कर रहे हैं. देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे लोग सत्ता में बैठे हुए हैं.
बीजेपी नेता वसुंधरा राजे के दिल्ली में डेरा डालने के सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा कि इससे मुझे कोई मतलब नहीं है. मुझे तो ये मतलब है कि बीजेपी के लोग देश में लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं. इस देश की जनता और प्रदेश की जनता इसको बर्दाश्त नहीं करेगी.
19 कांग्रेस विधायकों के लौटने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि इन 19 विधायक को लेकर चिंताजनक खबरें आ रही हैं. उन्हें बाड़ेबंदी में रखा गया है. होटल में बाउंसर्स और दो-दो सौ लोग खड़े हैं. किसी को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. परिवार के लोग भी मिल नहीं पा रहे हैं.
अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में जनता ने बड़े विश्वास के साथ में कांग्रेस को सत्ता सौंपी है. राहुल गांधी ने दौरे किए थे. वादे किए थे जनता से. मेनिफेस्टो में हमने उन सब वादों को लिया है. हम चाहते हैं कि उन वादों को निभाने के लिए रात-दिन एक कर दें. हम काम कर रहे हैं लेकिन कोविड के कारण केंद्र राज्य सरकार दोनों का राजस्व घटा है.
सीएम ने कहा, ऐसी स्थिति में सरकार को अस्थिर करने की घटनाएं होंगी तो आप सोच सकते हैं कि पब्लिक पर क्या इम्पैक्ट पड़ेगा. घर-घर में आज गुस्सा है. बीजेपी नेताओं और हमारी पार्टी छोड़ चुके लोगों के खिलाफ हर घर में गुस्सा है. मेरा मानना है कि वे भी इसे समझते हैं और उनमें से अधिकांश हमारे पास लौट आएंगे.