बिहार विधानमंडल का बजट सत्र चल रहा है। बुधवार को बजट सत्र के दौरान कुछ एेसे वाकये सामने आए, जो आपको हंसाने पर मजबूर कर देंगे। दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भाकपा माले विधायक के एक पोस्टर की गलती पकड़ी। इधर विधायक महोदय गलती देख ही नहीं पा रहे थे।
मंगलवार को प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हुई। भाकपा माले के विधायक महबूब आलम पोस्टर लेकर खड़े थे। उसमें बर्खास्तगी को बर्खास्ती लिखा हुआ था। चौधरी ने उन्हें टोका-आपके प्ले कार्ड में गलत लिखा हुआ है। स्पेलिंग ठीक नहीं है। महबूब आलम इधर-उधर देखने लगे। अध्यक्ष ने फिर टोका-दूसरी तरफ मत देखिए। हम पढ़कर कह रहे हैं कि गलत लिखा हुआ है। आप खुद देख लीजिए।
माले के विधायक अध्यक्ष की टिप्पणी से बेखबर नारा लगा रहे थे। उन्होंने पोस्टर को पीछे से देखकर गलती पकडऩे की कोशिश की। कुछ नजर नहीं आया। चौधरी ने कहा-पलट कर पढि़ए। तब नजर आएगा। पोस्टर पर विधानसभा अध्यक्ष की अंतिम टिप्पणी थी-आज लगता है दूसरे से लिखवा कर लाए हैं। लगता है आज ओरिजिनल आदमी ने नहीं लिखा।
विधानसभा का प्रश्नकाल शोर-शराबे के साथ तनावपूर्ण माहौल में शुरू हुआ। लेकिन, अध्यक्ष और दूसरे सदस्यों ने माहौल को हल्का बनाने की कोशिश की। कांग्रेस विधायक अवधेश कुमार सिंह जोर से बोल रहे थे। कांग्रेस की महिला विधायक अमिता भूषण का सवाल आया था।
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार नेे टोका-अवधेश बाबू इसलिए हंगामा कर रहे हैं ताकि अमिता भूषण का सवाल न आए। हालांकि सिंह पर इस टिप्पणी का कोई असर नहीं पड़ा। वे जोर-जोर से बोले ही जा रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष ने भी कांग्रेस विधायक को टोका-आप बीच में खड़े होकर टेबल पकड़ कर बोल रहे हैं। अपनी जगह पर जाइए।
संसदीय कार्य मंत्री ने हंगामा करने वाले सदस्यों से कहा-अभी जवाब लेने का समय है। सरकार तैयार है। सवाल पूछिए। किसी सदस्य ने अध्यक्ष से आग्रह किया कि वे बेल में खड़े विधायकों को समझाएं। चौधरी बोले-आसन किसी को नहीं समझाता है। क्योंकि इस सदन के सभी सदस्य समझदार हैं।