बिहार की राजधानी कोरोना संक्रमितों के मामले में टॉप पर पहुंच गई है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की ओऱ से जारी पहली रिपोर्ट में चार नए मामले सामने आए हैं। संक्रमित सभी पुरुष हैं। इनमें पटना, धनरुआ, फुलवारीशरीफ और बिहटा के लोग हैं। जिले अबतक कोरोना के कुल 334 मामले सामने आ चुके हैं। शहर के लिए राहत के बात ये है कि स्वस्थ होने वालों की संख्या भी कम नहीं है। पटना के 235 से अधिक लोग अबतक स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। उन्हें होम क्वारंटाइन किया गया है। जबकि जिले में कोरोना से दो की मौत भी हो चुकी है।
जिले के सभी क्वारंटाइन सेंटर खाली
पटना जिला के सभी क्वारंटाइन सेंटर सोमवार को खाली हो गए हैं। पटना जिला में 24 हजार 155 प्रवासी ने क्वारंटाइन सेंटर का लाभ लिया। अंतिम दिन 95 प्रवासी अपने घर गए। जिला प्रशासन के अनुसार पटना जिला में कोरोना संक्रमित 43 हैं, जबकि 267 स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
आज से हर दिन पटना के 520 नमूनों की होगी जांच
जिले में कोरोना आशंकितों की जांच की रफ्तार सोमवार से तेज हो गई। सोमवार को 350 आशंकितों के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए। मंगलवार से हर दिन 520 नमूने हर दिन जांच के लिए लैब भेजने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है। विगत आठ दिन से पटना जिले में 150 के आसपास नमूनों को ही जांच के लिए भेजा गया था। इसका कारण आरएमआरआइ में लंबित नमूनों की संख्या बताया गया था।
पटना के दो समेत छह पॉजिटिव भर्ती
कोरोना अस्पताल एनएमसीएच में सोमवार की शाम कोविड-19 अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से 54 और 46 वर्षीय दो कोरोना संक्रमितों को भर्ती कराया गया। अधीक्षक डॉ. निर्मल कुमार सिन्हा ने बताया कि दोनों गंभीर मरीजों को आइसीयू में रखा गया है। वहीं, पटना के कुम्हरार निवासी 24 वर्षीय और बिहटा के मोहम्मदपुर निवासी 38 वर्षीय युवक के अलावा वैशाली, लखीसराय, रोहतास एवं बेगूसराय के एक-एक व्यक्ति को भी भर्ती किया गया है।