आज होलिका दहन और कल होली, देश के ज्यादातर हिस्सों में यही है। लेकिन, कल बिहार में सरकारी कार्यालय खुले हैं। छु्ट्टी 26-27 मार्च को है। क्या बिहार में होली के दिन छुट्टी नहीं है या होली ही 26 मार्च को है? क्या कहते हैं सनातन विशेषज्ञ?
लगभग पूरा देश आज होलिका दहन और कल होली मना रहा है। आज छोटी होली पर लोग एक-दूसरे को संदेश दे रहे हैं। लेकिन, बिहार में कहानी कुछ अलग है। सोमवार को बिहार सरकार के कार्यालय खुले हैं। केंद्र सरकार के मातहत बैंकों और बीमा कंपनियों के बिहार में स्थित शाखा-कार्यालय कल खुले रहेंगे। सवाल उठ रहा है कि जब आज होलिका दहन है तो कल होगी है या नहीं? तो, बिहार की परंपरा के हिसाब से नहीं। सनातन धर्म के विशेषज्ञ कहते हैं कि आज करीब 11 बजे होलिका दहन का समय है। कल का लगभग आधा दिन पूर्णिमा में ही चला जाएगा। इसलिए, उदय तिथि के हिसाब से चैत्र का आगमन 26 मार्च को होगा। उसी दिन बिहार असल में होली खेलेगा। बाबा वृद्धेश्वरनाथ धाम के पंडित पंकज कुमार मिश्रा ने बताया कि रविवार रात 10 बजकर 38 के बाद ही अगजा (होलिकादहन) होगा।
होली के दिन भी काम करना पड़ेगा
बिहार सरकार के कैलेंडर के अनुसार, 25 मार्च को छुट्टी घोषित है। इस छुट्टी को शिफ्ट किया जा रहा है। फिलहाल इस दिन वर्किंग डे कर दिया गया है। 26 और 27 मार्च को छुट्टी की बात सामने आ रही है। बिहार सरकार के स्टाफ इस बात से दुखी हैं कि उन्हें होली के दिन भी काम करना पड़ेगा। शिक्षा विभाग की ओर से चिट्ठी जारी की गई है। प्रभारी, प्राचार्य, प्रशिक्षण प्रभारी, क्लर्क, लेखापाल, ऑपरेटर को को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि कार्यावधि के बाद भी लंबित कार्यों के निष्पादन कार्यालय में रुककर सभी प्रकार के लंबित विपत्र को कोषागार में प्रस्तुत करने बाद ही अपने घरों के लिए प्रस्थान करें।
होलिका दहन पर भद्रा का साया है
ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी ने बताया कि इस वर्ष होलिका दहन पर भद्रा का साया है। इसके कारण होलिका दहन के समय में थोड़ा समय लगेगा। रात्रि 11:12 बजे के बाद होलिका दहन किया जा सकता है। इस समय तक भद्रा काल समाप्त हो चुका होगा। सोमवार को रंग की होली खेली जाएगी। ज्योतिषाचार्य पं. अजय तैलंग ने बताया कि रविवार सुबह 9:54 बजे पूर्णिमा आरंभ होगी, तभी से भद्रा शुरू हो जाएंगे। बताया कि होलिका दहन का शुभ समय रात्रि 11:13 बजे से 12:29 बजे तक रहेगा। बताया कि बल्लभकुल संप्रदाय वैष्णव जन समाज के लोग 25 मार्च को पूर्णिमा में सूर्योदय होने पर उदया तिथि मानते हुए सुबह करीब 6:30 बजे होलिका प्रदीपन करेंगे। ज्योतिषाचार्य आलोक ने बताया कि 25 मार्च को इस बार चंद्र ग्रहण सुबह 10:25 मिनट से दोपहर में 3:02 मिनट तक रहेगा लेकिन भारत में यह दिखाई नहीं देगा, इसके चलते कोई सूतक भी मान्य नहीं है।