पुलिस और अपराधियों के इस तरह के गठजोड़ से जनता में नाराजगी बढ़ रही है। लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि कानून व्यवस्था में विश्वास बना रहे।
भागलपुर में पुलिस और बालू माफिया एक साथ दिखे हैं। कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जगदीशपुर थाने में तैनात प्रशिक्षु डीएसपी विशाल आनंद की विदाई समारोह में बालू माफिया के शामिल होने की खबर ने हड़कंप मचा दिया है। यह समारोह थाने परिसर में आयोजित किया गया था, जहां बालू चोरी और अन्य आपराधिक मामलों में आरोपी हीरा यादव और पंकज यादव खुलेआम शामिल हुए।
माफिया संग मंच साझा और तस्वीरें खिंचवाईं
इस आयोजन के दौरान हीरा यादव ने न केवल डीएसपी के साथ मंच साझा किया बल्कि उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। इन तस्वीरों व वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस की कार्यशैली और माफिया संग गठजोड़ पर गंभीर सवाल उठे हैं।
डीजीपी ने दिए जांच के आदेश
तस्वीरें वायरल होने के बाद मामला डीजीपी विनय कुमार के संज्ञान में आया। उन्होंने तुरंत भागलपुर के एसएसपी हृदयकांत को मामले की जांच के निर्देश दिए। एसएसपी ने बताया कि पूरे प्रकरण की गहन जांच कराई जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कई मामलों में आरोपी हैं हीरा और पंकज यादव
हीरा यादव और पंकज यादव पर बालू के अवैध खनन और पुलिस पर हमले समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं। इनमें प्रमुख रूप से जगदीशपुर थाने में दर्ज मामले शामिल हैं:
- कांड संख्या – 223/2023
- कांड संख्या – 150/2020
- कांड संख्या – 364/2022
- कांड संख्या – 422/2023
जमानत पर बाहर, लेकिन पुलिस समारोह में शामिल!
इन दोनों आरोपियों के खिलाफ इतने गंभीर आरोप होने के बावजूद वे प्रशिक्षु डीएसपी की विदाई समारोह में शामिल हुए। सवाल यह उठता है कि क्या यह पुलिस और माफिया के बीच किसी बड़े गठजोड़ का संकेत है? आशंका जतायी जा रही है कि बालू माफिया पहले से थाना आते रहे होंगे। और पुलिस वालो से उनका संबंध रहा होगा।
पुलिस और कानून व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और क्या बालू माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो पाती है।
समाज में बढ़ती चिंता
पुलिस और अपराधियों के इस तरह के गठजोड़ से जनता में नाराजगी बढ़ रही है। लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि कानून व्यवस्था में विश्वास बना रहे।