पुलिस का इकबाल राजधानी पटना में भी ध्वस्त नजर आ रहा है। पटना के एक अर्धनिर्मित मकान में दो बच्चों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। आंखें फोड़कर उनसे किस बात का बदला लिया गया, समझना मुश्किल है। हत्या के बाद सड़क जाम कर हंगामा हो रहा।
राजधानी पटना में सुबह-सुबह हंगामा मच गया, जब सड़क किनारे एक गड्ढे में दो बच्चों के शव होने की जानकारी सामने आयी। गुस्सा और भड़क गया, जब पीटकर हत्या करने के साथ आंखें फोड़े जाने की सूचना लोगों के बीच फैली। यह घटना बेउर इलाके में हुई है। सोमवार सुबह डबल मर्डर के बाद बेउर-अनीसाबाद के बीच जमकर हंगामा हो रहा है। सड़क जाम कर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि दोनों बच्चों की नृशंस हत्या की गई है। दोनों की लाशें देखकर स्पष्ट लग रहा है कि अपराधियों ने उन्हें बेरहमी से पीटा। फिर दोनों की आंखें फोड़ दी। इससे भी मन नहीं भरा तो दोनों के छाती में चाकू से वार किया। लोग हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
तीन बच्चे लापता थे, दो की लाशें मिलीं
लोगों का कहना है मॉर्निक वॉक करने निकले थे। इसी दौरान सड़क किनारे पानी भरे गड्ढे में दोनों बच्चों की लाशें दिखीं। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। लोगों का दावा है कि रविवार शाम से दोनों बच्चे लापता थे। इनमें से दो की लाशें मिली है। अपराधियों ने दोनों की निर्मम हत्या कर दी गई। घटना से गुस्साए लोगों ने पटना बाइपास सड़क को जाम कर किया और प्रदर्शन करने लगे। वारदात के बाद गर्दनीबाग और बेउर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई है।
दोनों बच्चे कल शाम से ही लापता थे
घटना के बारे में पुष्टि करते हुए बेउर थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु डीएसपी ने बताया कि गर्दनीबाग थाना क्षेत्र का रहने वाले दो बच्चों की लाश मिली है। इनकी पहचान विवेक कुमार (12) और प्रत्युष कुमार (11) के रूप में हुई है। दोनों गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के सरिस्ताबाद निवासी हैं। दोनों रविवार की शाम से ही लापता थे। सोमवार की सुबह एक अर्ध निर्मित मकान में दोनों की डेड बॉडी मिली है। लोगों को समझाया-बुझाया जा रहा है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। मामले में आगे की कार्रवाई चल रही है।
घर से खेलने निकले थे दोनों
मृत विवेक कुमार के पिता विनोद कुमार ने बताया कि वह गाड़ी चलाने का काम किया करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका बेटा विवेक चौथी कक्षा में पढ़ता था। रविवार देर शाम दोनों घर से खेलने निकाले थे। उसके बाद अचानक लापता हो गया। काफी प्रयास के बाद जब दोनों का सुराग नहीं मिला तो उन्होंने इसकी सूचना गर्दनीबाग थाने को दी। रात्रि 10:00 बजे के आसपास जब गर्दनीबाग थाना को सूचना दिया गया तो थाना के एक सिपाही ने बताया कि अभी कोई पदाधिकारी नहीं है। कल सुबह आकर इसकी जानकारी दीजिए। इसके बाद परिवार के सभी लोग रात भर दोनों बच्चे को खोजते रहे।
पुलिस पर लापरवाह बरतने का आरोप
विनोद कुमार ने बताया कि सुबह में यह सूचना मिली कि दो बच्चे का शव 70 फीट के नजदीक एक पानी भरे गड्ढे में फेंका हुआ है। विनोद कुमार ने आरोप लगाया कि 70 फीट के नजदीक ग्रीन सिटी केंपस के पास वहां एक कमरे में बंद कर हाथ पैर बांधकर दोनों बच्चे को जमकर पीटा गया है। बच्चे की आंख फोड़ दी गई है, जीभ में चाकू मारा गया है। सीने पर चाकू से वार किया गया है और फिर हत्या करने के बाद दोनों के शव को पास के एक पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया गया है। उन्होंने इसे पुलिस की बड़ी लापरवाही बताते हुए कहा कि जो भी पुलिस पदाधिकारी इस मामले में दोषी हैं। इसके अलावा जो अपराधी है, जिन्होंने हत्या की है उनको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। घटना से गुस्सा आए लोगों ने पटना-बाइपास सड़क को जाम कर जमकर प्रदर्शन किया।