भागलपुर : बिहार के भागलपुर जिले के नाथनगर के चंपापुर दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र मंदिर के एक कमरे से पुलिस ने जैन मुनि विप्रण सागर जी महाराज का शव पंखे से लटका पाया. पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि मुनि मंगलवार शाम चार बजे श्रद्धालुओं को दर्शन देने के बाद अपने कमरे में चले गए थे. अन्य दिनों की तरह वह जब रात आठ बजे श्रद्धालुओं को दर्शन देने नहीं निकले, तब इसकी सूचना अन्य लोगों को दी गई. बाद में जब उनके कमरे का दरवाजा खोला गया तब उनका शव पंखे से लटकता दिखा.
रोज की तरह जैन मुनि विप्रण सागर भोजन करने के बाद कमरा नंबर-तीन में साधना करने चले गए. साधना के काफी देर बाद तक कमरा नहीं खुला. मंदिर के कर्मचारी धन सिंह और अरविंद जैन ने दरवाजा ठकठकाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. मंदिर के गार्ड को सूचना दी गई. गार्ड ने दरवाजा तोड़ा तो पंखे से लटकता हुआ शव मिला. सूचना मिलने पर डीएसपी भागलपुर, नाथनगर इंस्पेक्टर मो. जनीफउद्दीन और ललमटिया प्रभारी संजीव कुमार मंदिर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
भागलपुर के पुलिस उपाधीक्षक राजवंश सिंह ने बुधवार को बताया कि जैन मुनि का पार्थिव शरीर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा.
उन्होंने बताया कि जैन मंदिर के प्रबंधक जागेश कुमार जैन के बयान के आधार पर ललमटिया सहायक थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. उन्होंने कहा कि कमरे से सुसाइड नोट बरामद किया गया है, जिसमें स्वेच्छा मृत्यु की बात लिखी गई है.
सिंह ने कहा कि पुलिस उनके मोबाइल के कॉल डिटेल की जांच-पड़ताल कर रही है. मृतक जैन मुनि मध्य प्रदेश के राजपाटन के रहने वाले थे.