बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता दरबार लगाया। हर बार की तरह लोग अपनी समस्या लेकर पहुंचे। इस दौरान सरकारी जमीन पर कब्जे और दहेज प्रताड़ना की शिकायतें सबसे ज्यादा आई। गया से पहुंचे फरियादी ने सीएम नीतीश कुमार से कहा कि उनकी बेटी को प्रताड़ित कि जा रहा है। पुलिस भी मामले की सुनवाई नहीं कर रही है। और उसका पति उसे घर से निकालने की धमकी देता है। इस शिकायत पर सीएम नीतीश कुमार ने प्रधान सचिव को निर्देश देते हुए कहा कि दहेज के खिलाफ प्रदेश में अभियान चला रहे हैं। ऐसे में दहेज के लिए बहू को घर से निकाला जा रहा है ऐसी कोई हिम्मत कैसे कर रहा है। नीतीश कुमार ने अधिकारियों को सख्त एक्शन लेने का निर्देश दिया
सीएम नीतीश कुमार ने जनता दरबार में अधिकारियों की भी क्लास लगाई। राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाकर कहा कि आपका अधिकारी गड़बड़ कर रहा है, कार्रवाई करिए। दरअसल जनता दरबार में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की सबसे ज्यादा शिकायतें आई हैं। फरियादियों ने जमीन पर कब्जे की शिकायतें भी की। जिन पर सीएम नीतीश ने अफसरों को एक्शन लेने का आदेश दिया है। जनता दरबार में कुछ मामले हत्या के भी पहुंचे, जिनमें पुलिस पर लापरवाही बरतने के आरोप लगे।
जनता दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए वेब पोर्टल के जरिए रजिस्ट्रेशन कराया जाता है। इस वेब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए आपके पास आधार नंबर, जन्म तिथि और मोबाइल नंबर रहना जरूरी है। इसके अलावा रजिस्ट्रेशन के वक्त आपको अपना नाम, पता और शिकायत का विवरण भी देना होता है। इसके बाद मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से समय और तारीख का निर्धारण किया जाता है।