बिहार में कोरोना ने अब सरकारी विभागों में भी दस्तक दे दी है, राज्य के स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ. नवीन कुमार सिन्हा और आईजीआईएमएस अस्पताल के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास भी रविवार को कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। रविवार को 6799 सैंपल की जांच में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख समेत 404 लोगों के सैंपल पॉजिटिव आए हैं। राज्य में अब संक्रमितों की संख्या 11860 हो गई है। वहीं 24 घंटे में और 277 लोगों के ठीक होने के बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 8765 हो गई है। जबकि प्रदेश में एक्टिव केस 3004 रह गए हैं। रविवार को तीन और लोगों की मौत संक्रमण की वजह से हुई है। अब इस बीमारी से मरने वालों की संख्या प्रदेश में 95 हो गई है।
बिहार सरकार के कई विभागों में कोरोना की दस्तक
प्रदेश में अब कई विभागों में भी कोरोना पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग, राज्य स्वास्थ्य समिति, कैबिनेट विभाग में अबतक संक्रमित मिले हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख समेत कई स्टाफ संक्रमित पाए गए हैं।
कैबिनेट सचिवालय के आइटी प्रशाखा में कार्यरत एक कर्मचारी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। लघु जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय में भी एक संक्रमित मिला है। पंत भवन में भी स्थित आपदा प्राधिकार का एक कर्मचारी पॉजिटिव पाया गया है।
रविवार को तीन मरीजों की फिर हुई मौत, आंकड़ा पहुंचा 95
कोरोना अस्पताल एनएमसीएच में रविवार को कोरोना पॉजिटिव दो मरीजों की मौत हो गई। अब तक कोरोना संक्रमित 27 मरीजों की मौत हो चुकी है। पटना एम्स में भी एक संक्रमित की मौत हुई है।
एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ मुकुल कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को गंभीर हालात में भर्ती भागलपुर के कहलगांव निवासी 48 वर्षीय साहेब दयाल पांडे ने रविवार को दम तोड़ दिया। वहीं 30 जून को भर्ती समस्तीपुर के वारिसनगर के 33 वर्षीय मोहम्मद नसीब की मौत रविवार को हो गई।
उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि भागलपुर के कहलगांव निवासी साहेब दयाल पांडे को उच्च रक्तचाप, किडनी, मधुमेह बीमारी थी। गंभीर स्थिति में प्रशासन द्वारा भर्ती कराया गया था। समस्तीपुर के मोहम्मद नसीब को किडनी की बीमारी थी। पीएमसीएच से रेफर करने के बाद यहां भर्ती किया गया था। इन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
पटना एम्स में भी गंभीर हालत में भर्ती समस्तीपुर के युवक ने दम तोड़ दिया। वहीं एम्स में रविवार को दरभंगा के जाले विधायक जीवेश मिश्रा समेत पांच लोगों को डिस्चार्ज किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि इलाज के बाद सभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं।