बिहार से मानसून फिर नाराज है। खरीफ की फसल के लिए किसान बारिश की राह देख रहे हैं। लेकिन खेती लायक बारिश नहीं हो रही है। सोमवार को औरंगाबाद के कुछ इलाकों में बारिश हुई लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। मौसम विभाग के ताजा रिपोर्ट के मुताबिक
राजधानी समेत प्रदेश के उत्तर पश्चिम, दक्षिण पश्चिम और दक्षिण मध्य भागों के एक या दो स्थानों पर वज्रपात और मेघ गर्जन के साथ हल्के से मध्यम स्तर की वर्षा का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने मंगलवार को राजधानी समेत प्रदेश के 19 जिलों में वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। बुधवार को राज्य के उत्तरी भागों को छोड़ शेष भागों में इसी प्रकार की स्थिति बने रहने के आसार हैं। औरंगाबाद जिले के दाउदनगर में 17.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। राजधानी का अधिकतम तापमान सोमवार को 34.9 डिग्री रहा।
इन जिलों में वज्रपात का पूर्वानुमान
बिहार के जिन जिलों में वज्रपात और मेघ गर्जन के आसार जताए गए हैं उनमें राजधानी पटना के अलावे पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण, बक्सर, भोजपुर, बेगूसराय, कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, औरंगाबाद, गया और नवादा शामिल हैं। राज्य के अन्य जिलों में मौसम सामान्य रहने की बात बताई गई है।
3-4 दिनों तक तेज धूप के साथ गर्मी
बारिश को लेकर मौसम विभाग की रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य में कहीं कहीं हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 26 अगस्त तक राज्य में अच्छी बारिश नहीं होगी। राज्य के अधिकतर जिलों में सामान्य बारिश भी नहीं होगी। हालांकि, झारखंड की सीमा से सटे इलाकों में 24 अगस्त को हल्की बारिश की संभावना है। अगले तीन चार दिनों तक धूप तेज रहेगी। इस वजह से तापमान अधिक होगा और लोगों की परेशानी बढ़ेगी। किसानों को 3-4 दिनों तक मौसम निराश करेगा क्योंकि धान की सिचाई आवश्यक है और बारिश होने की संभावना न के बराबर है।