नए साल की शुरुआत में बिहार की राजनीति में भूत ने एंट्री मारी है जिससे सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। भूत की एंट्री पहली जनवरी को हुई जब सीएम नीतीश कुमार ने बधाई देने आए हुए लोगों को कई मजेदार किस्से सुनाए जिसमें से एक किस्सा ये भी था कि पटना के 1 अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में जब वे रहने आए थे तो दो सीएम, लालू और राबड़ी उस आवास के आवासीय परिसर से दो फीट मिट्टी तक ले गए थे।
ये पूछे जाने पर लालू ने हंसते हुए कहा था कि वे सीएम आवास में भूत छोड़कर आए हैं। इसपर नीतीश कुमार ने कहा था कि टोना-टोटका, अंधविश्वास, ये सब बेकार की बातें हैं और हम इन बातों पर विश्वास नहीं करते।
नीतीश कुमार के इस किस्से का लालू ने ट्वीट कर जवाब दिया है और लिखा है कि इस बार जनता कसके वोट की झाड़-फूंक से इनके सारे भूत-प्रेत छुड़ा देगी। विकराल बेरोजग़ारी, महँगाई, ध्वस्त विधि व्यवस्था, बदहाल शिक्षा व्यवस्था और घूसख़ोरी जैसे सतही भूत-प्रेती और डरावने मुद्दों की बात नहीं करके छलिया लोग जनता को भ्रमित करने के लिए भुतही बातें कर रहे है।
लालू यादव के साथ ही उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए अपने ट्वीट में लिखा है कि ग़रीबों के खेवनहार जब 2005 में सीएम आवास से निकले थे तब उसमें एक भूत घुसा था।“सीएम आवास में भूत छोड़कर आया हूँ” साहब के इस वाक्य का भावार्थ नीतीश जी शायद समझ नहीं पाए। 15 वर्ष बाद भी नीतीश जी आवास में सुबह-2 आइना देखते हैं तो उन्हें भूत ही नजर आता है।
नीतीश कुमार के किस्से का जवाब लालू यादव के करीबी राजद नेता शिवानंद तिवारी ने भी गुुरुवार को दिया था और बताया था कि आपने तो लालू के लिए मारक पूजा करवाई थी।