बिहार के वैशाली में पुलिसवालों की ऐसी कारस्तानी का खुलासा हुआ है जिस पर यकीन कर पाना मुश्किल है. जिले में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए जिन पुलिसवालों की स्पेशल पैंथर टीम बनाई गई थी, वे खुद अपराधियों के साथ मिलकर लोगों का अपहरण कर फिरौती मांगने वाले रैकेट चलाते पकड़े गए.
पैंथर की स्पशल टीम के तीन जवान और एक होमगार्ड को एसपी गौरव मंगला ने एक शख्स का अपहरण कर 1 लाख की फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
वैशाली पुलिस ने आशंका जाहिर की है कि पुलिसवालों के इस फिरौती गैंग ने पहले भी ऐसे मामले को अंजाम दिया होगा, जिसकी जांच की जाएगी.
दरअसल, पुलिस वालों के इस फिरौती गैंग का खुलासा एक शख्स के अपहरण कर फिरौती मांगने के मामले में हुआ. बीती 29 फरवरी को लालगंज टोटहा के शिवपूजन झा नाम के शख्स को वैशाली पुलिस की स्पेशल पैंथर टीम के जवानों ने जांच के नाम पर उठा लिया.
शख्स को सदर थाना क्षेत्र के रामाशीष चौक से जांच के नाम पर उठाकर पुलिस वालों ने अपने गुप्त अड्डे पर छुपा दिया और शख्स के घरवालों से एक लाख की फिरौती की मांग की.
पुलिसवालों के इस गैंग में शामिल जिले के तीन शातिर अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया, जो पुलिसवालों के लिए ना केवल शिकार तलाशते थे, बल्कि अपहरण और फिरौती के इस खेल में उनके मददगार थे. सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
गौरतलब है कि वैशाली में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए हाल ही में पुलिस की स्पेशल टीम बनाई गई थी, लेकिन इस स्पेशल टीम के ही सदस्य अपहरण और फिरौती गैंग चलाने लगे.
इसे लेकर एसडीपीओ राघव दयाल ने बताया जिन्हें अपराधियों पर नकेल लगाने की जबावदेही दी गई थी, उनका इस तरह के अपराध में शामिल होने का खुलासा बेहद हैरान करने वाला है.