मद्रास के एकेएम हॉस्टल के 15 बच्चे खाना खाने के बाद बीमार पड़ गए। इस हॉस्टल में 200 बच्चे रहते है पुलिस के मुताबिक यहां कुछ लोग बच्चों को बिरयानी देकर गए थे।
इन 200 बच्चों में से 15 बच्चों ने बिरयानी खाते ही उल्टी और पेट दर्द की शिकायत की। तत्काल बच्चों को नीलोफर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां फिलहाल उनका इलाज चल रहा है।
अस्पताल के असिस्टेंट सुप्रीडेंट ने कहा कि हमारा यहां 15 बच्चों (जिनकी उम्र 8 से 10 साल है) को फूड पाइजनिंग के चलते भर्ती कराया गया है। सभी का अच्छे से इलाज किया जा रहा है। फिलहाल सभी बच्चों की स्थिति में सुधार है।
ये है फूड पाइजनिंग के लक्ष्ण
पेट में तेज दर्द होना
हर 15 से 20 मिनट पर अंदर उल्टी होना
सिर दर्द होने लगता है
शरीर बहुत ज्यादा थका हुवा और कमजोरी महसूस होने लगती है।
कारण
बासी खाना खाने
खाना बनाते वक्त गंदे पानी का इस्तेमाल करना।
खाने के सामान को ढक के न रखने पर मक्खी के बैठने से भी हानिकारक जीवाणु खाने में पहुच जाते है। जिससे फ़ूड पॉइजनिंग हो जाती है।
बाहर का खाने को ढक के रखा नहीं जाता है इस वजह से भी फूड पॉइजनिंग हो जाती है।
इन 200 बच्चों में से 15 बच्चों ने बिरयानी खाते ही उल्टी और पेट दर्द की शिकायत की। तत्काल बच्चों को नीलोफर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां फिलहाल उनका इलाज चल रहा है।
अस्पताल के असिस्टेंट सुप्रीडेंट ने कहा कि हमारा यहां 15 बच्चों (जिनकी उम्र 8 से 10 साल है) को फूड पाइजनिंग के चलते भर्ती कराया गया है। सभी का अच्छे से इलाज किया जा रहा है। फिलहाल सभी बच्चों की स्थिति में सुधार है।
ये है फूड पाइजनिंग के लक्ष्ण
कारण